फुलवारी से जीवन में खिलने लगे खुशियों के फूल
लाकडाउन में लगाई थी फुलवारी इससे अच्छा खासा कमा रहे संदीप

हरदोई : दो साल पहले लाकडाउन में लगाई गुलाब की फुलवारी हरियावां के आटदानपुर निवासी संदीप मिश्र के जीवन में हरियाली लेकर आई है। सारा कामकाज छोड़कर अब तो वह सिर्फ फूलों की खेती कर अच्छा खासा कमा रहे हैं।
आटदानपुर निवासी संदीप मिश्र बताते हैं कि वह गेहूं, धान और गन्ने की खेती करते थे। एक बीमा कंपनी के एजेंट थे। लाकडाउन लगा तो बीमा का भी काम ठप हो गया। एक नर्सरी संचालक से मिलकर फरवरी 2019 में उन्होंने गुलाब के फूलों की खेती की शुरुआत की। तीन बीघा खेत में 5,600 गुलाब के पौधे लगाए। 35 से 40 हजार रुपये लागत आई, जिसमें पौधों के अलावा सिचाई, निराई व गोड़ाई का खर्च शामिल है। तीन महीने यानी अप्रैल में गुलाब के फूल खिलने लगे। उन्होंने स्थानीय स्तर पर फूलों की बिक्री शुरू की। उनका कहना है कि गुलाब के एक पौधे से प्रति वर्ष 10 किलो फूल निकलता है। गुलाब का फूल बाजार में महंगा बिकता है। फूलों की खेती से वह हर माह 20 हजार रुपये तक कमा रहे हैं। डेढ़ साल में गुलाब की खेती से करीब दो से ढाई लाख रुपये तक कमा चुके हैं।
एक बार लगते पौधे, हर दिन होती इनकम : गुलाब के पौधे लगाने पर सिर्फ एक बार ही खर्च करना पड़ता है, लेकिन इनकम हर दिन होती है। सिर्फ गुलाब की समय-समय पर छटाई, निराई, गुड़ाई की जरूरत होती है। गेंदा की भी शुरू की खेती : संदीप मिश्र ने बताया कि गुलाब की खेती के साथ अब गेंदा की खेती की शुरू की है। एक एकड़ में गेंदा लगाया है। करीब 40 हजार रुपये खर्च कर चुके हैं। नवरात्र से पहले फूल निकलने की शुरुआत हो जाएगी।
उद्यान विभाग करेगा मदद : जिला उद्यान निरीक्षक हरिओम ने बताया कि फूलों खेती पर किसानों को अनुदान मिलता है। संदीप मिश्र को विभाग की ओर से अनुदान के अलावा तकनीकी सलाह भी दी जाएगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।