होम्योपैथिक इलाज में परहेज जरूरी
हरदोई, जागरण संवाददाता : होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति में असाध्य रोगों का भी इलाज संभव है। बस इसमें म
हरदोई, जागरण संवाददाता : होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति में असाध्य रोगों का भी इलाज संभव है। बस इसमें में नियमित उपचार के साथ परहेज रखना बेहद जरूरी है। यह बात जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डा. एसके त्रिपाठी ने कही। वह बुधवार को दैनिक जागरण के प्रश्न प्रहर में लोगों के सवालों के जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि होम्योपैथिक इलाज से बीमारी की जड़ ही समाप्त हो जाती है। आधुनिक युग में मरीजों को इसकी तरफ रुझान भी बढ़ा है। उनसे विभिन्न रोगों के होम्योपैथ में उपचार से संबंधित सवाल पूछे गए, जिनका उन्होंने जवाब दिया। पेश हैं कुछ सवाल और उनके जवाब।
* लिवर में काफी दिनों से सूजन है कोई कारगर दवा बताएं। -रामदास, मल्लावां
--लिवर में सूजन आना गंभीर विषय है। इसके लिए सबसे पहले तो जांच कराएं और तले पदार्थ व मदिरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। बिना जांच रिपोर्ट देखे कोई दवा बताना गलत होगा। वैसे लाइकोपोडियम, सिलीडोनियम कई दवाएं लीवर रोग में कारगर होती हैं।
*दोनों गुर्दों में पथरी है। होम्योपैथिक इलाज के बाद भी लाभ नहीं मिल रहा है, क्या करें।
- आकाश मिश्रा, पाली
-- होम्योपैथ के इलाज में तत्काल लाभ नहीं मिलता। इसके लिए लंबे समय तक नियमित उपचार की आवश्यकता होती है। इस रोग में भी लाइकोपोडियम व बरवैरिस दवाएं लाभप्रद साबित होती हैं। प्रशिक्षित चिकित्सक की देखरेख में नियमित उपचार लें। लाभ अवश्य होगा।
* अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में तिल्ली बढ़े होने की बात चिकित्सक ने बताई है। होम्योपैथ में क्या इसका इलाज है। - सुरेश चंद्र, मल्लावां
-- बिल्कुल होम्योपैथ में इसका इलाज है। बशर्ते नियमित उपचार के साथ-साथ खानपान का विशेष ध्यान रखा जाए और चिकित्सक की देखरेख में पूरा इलाज किया जाए।
* दो हफ्तों से लगातार खांसी आ रही है, क्या करें। -रिजवान, पाली
-- सबसे पहले तो आप अपने बलगम की जांच नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर कराएं। उसके बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर चिकित्सक से मिल कर अपना नियमित उपचार कराएं। वैसे आप ब्रायोनिया 30 दवा भी ले सकते हैं।
* पैरों में कमजोरी और ऐंठन रहती है। ऐसी स्थिति में हमें क्या करना चाहिए। -अमित मिश्रा, बरगावां
-- सबसे पहले तो आप पर्याप्त मात्रा में पानी पीना सुनिश्चित करें। साथ ही हीमोग्लोबीन की जांच कराएं। खान-पान पर विशेष ध्यान दें, क्योंकि शारीरिक कमजोरी के कारण ही इस प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इसके बावजूद भी यदि समस्या समाप्त न हो तो चिकित्सक से परामर्श लें।
* फ्रिस्ट्रला का आपरेशन 35 वर्ष में पहले कराया था। कभी-कभी सूजन आ जाती है, क्या करें।
- आरके मिश्रा, पिहानी
-- सबसे पहले तो आप स्वयं अपने स्तर से कोई दवा न लें। किसी प्रशिक्षित चिकित्सक को दिखा कर समुचित इलाज कराएं। आपरेशन के बाद ऐसी समस्या हो जाती है। घबराने की जरूरत नहीं है।
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