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    गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी से खादर क्षेत्र में बसे गांवों की बढ़ी बेचैनी, बाढ़ आने की संभावना

    Updated: Fri, 27 Jun 2025 03:46 PM (IST)

    बहादुरगढ़ में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने से खादर क्षेत्र के गांवों में बेचैनी बढ़ गई है। 198.00 सेंटीमीटर पार करने के बाद यलो अलर्ट जारी हो गया है। गंगा किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है, जिससे रेती में बोई गई तरबूज, खरबूज जैसी फसलें जलमग्न हो रही हैं और नष्ट होने लगी हैं। इससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। आवागमन बाधित हो रहा है और बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी हो रही है।

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    गंगा का लगातार बढ़ रहा जलस्तर खादर क्षेत्र में बसे गांवों में बेचैनी बढ़ा रहा है।

    संवाद सहयोगी, बहादुरगढ़। गंगा का लगातार बढ़ रहा जलस्तर खादर क्षेत्र में बसे गांवों में बेचैनी बढ़ा रहा है। शुक्रवार को गंगा का जलस्तर 198.00 सेंटीमीटर को पार करके यलो अलर्ट की तरफ बढ़ना शुरू हो गया है। इससे गंगा किनारे बसे गांवों में बेचैनी बढ़नी शुरू हो गई है। गंगा की रेती में बोआई की गई पालेजों में पानी भरना शुरू हो गया है। इससे उनके नष्ट होने का खतरा बढ़ गया है।

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    गढ़मुक्तेश्वर गंगा की तलहटी में रामपुर न्यामतपुर, कुदैनी की मंढैया, भगवंतपुर, नयागांव, नयाबांस, काकाठेर, गढ़ावली, लठीरा आदि गांव बसे हुए है। इन गांवों में करीब 40 हजार से अधिक की आबादी रहती है। पहाड़ी इलाकों में वर्षा होने के साथ ही गंगा में ऊफान आने लगा है। इसके कारण गढ़मुक्तेश्वर के खादर क्षेत्र में गंगा किनारे बसे उपरोक्त गांवों में बाढ़ आने की संभावना बनने लगी है।

    बच्चे जलभराव के बीच किसी तरह स्कूल पहुंचते है

    प्रत्येक वर्ष बाढ़ का पानी इन गांवों एवं जंगलों में भरते हुए नगर के पास बने गंगा द्वार तक आ जाता है। इसके कारण सेक्टरों हेक्टेयर फसल जलमग्न हो जाती है तो गांव में जाने वाले रास्ते बाधित हो जाते हैं। लोगों को नगर में आने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली, भैंसा बुग्गी, नाव आदि का सहारा लेना पड़ता है तो बच्चे जलभराव के बीच किसी तरह स्कूल पहुंचते है।

    इसी के साथ यहां रहने वाले लोगों पर जलीय जीवों का खतरा भी मंडराने लगता है। हालात ऐसे हो जाते है कि जलभराव के कारण चारा आदि कच्ची फसल पूर्णतया नष्ट हो जाती है।

    इससे पशुओं के लिए चारे तक की समस्या खड़ी हो जाती है। अभी गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद गंगा की रेती में बोआई की गई तरबूज, खरबूज, ककड़ी, खीरा, सब्जी आदि की फसलों में पानी भरना शुरू हो गया है तो कई स्थानों पर जलभराव होने के कारण नष्ट हो गई हैं। इससे किसानों को काफी नुकसान हो गया है।

    बोले अधिकारी

    गंगा का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। इसी को देखते हुए बाढ़ चौकियों एवं स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है। ग्रामीणों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। - अंकित वर्मा, एसडीएम