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    अब दिव्यांगता की श्रेणी में आएंगे 21 बीमारियों से पीड़ित

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 04 Feb 2018 03:00 AM (IST)

    जागरण संवाददाता, हापुड़ बार-बार भूलने वाले लोगों, मानसिक रोगियों, मांसपेशियों में दिक्क

    अब दिव्यांगता की श्रेणी में आएंगे 21 बीमारियों से पीड़ित

    जागरण संवाददाता, हापुड़

    बार-बार भूलने वाले लोगों, मानसिक रोगियों, मांसपेशियों में दिक्कत, हीमोफीलिया, चर्म रोग सहित 21 बीमारियों से पीड़ित लोगों को अब दिव्यांग की श्रेणी में रखा जाएगा। जांच के बाद उन्हें मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से दिव्यांगता का प्रमाण पत्र लेना होगा। पहले केवल सात बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति ही दिव्यांग कहलाए जाते थे। अब शासन ने इनकी संख्या बढ़ाकर 21 कर दी है।

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    आंख से कम दिखाई देना, मानसिक रोग, बीमारी के चलते हाथ-पैर कांपने, हीमोफीलिया जैसे बीमारियों से पीड़ित लोगों को अभी तक दिव्यांगता का प्रमाण पत्र नहीं मिलता था। ऐसे लोगों को सरकारी नौकरियों या योजनाओं में भी किसी प्रकार की छूट नहीं मिलती थी। शासन द्वारा नेत्रहीन, बहरे, गूंगे, पोलियो पीड़ित, हाथ या पैर कटा होने अथवा हाथ-पैर में टेढ़ापन होने जैसी परेशानियों से पीड़ित लोगों का ही दिव्यांगता की श्रेणी में शामिल किया गया था।

    दिव्यांगता की सूची को अब शासन ने संशोधित किया है। नई सूची के अनुसार अब 21 तरह की बीमारियों और परेशानियों से पीड़ित लोगों को दिव्यांग माना जाएगा। शासन ने इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में पत्र भेजा है। जिसमें 21 तरह की बीमारियों से पीड़ित लोगों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें आंखों से कम दिखाई पड़ना, कुष्ठ रोगी, कम सुनाई देना, हकलाना, कूबड़ निकलना, बौनापन, मानसिक रोगी, बार-बार भूलने की आदत, पागलपन, मांसपेशियों में दिक्कत, हीमोफीलिया, चर्म रोग, एसिड से झुलसे लोगों को भी शामिल किया गया है। प्रमाण पत्र जारी होने के बाद ऐसे लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, सरकारी नौकरी, बसों तथा रेलगाड़ियों के किराये में विशेष सुविधा मिलेगी।

    दिव्यांगता की सूची को संशोधित कर शासन ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को आदेशित किया है। चिकित्सकों की टीम गठित कर अस्पताल आने वाले दिव्यांगों को प्रमाण पत्र भी जारी किया जाएगा। प्रमाण पत्र लेने के बाद ऐसे दिव्यांग सरकारी योजनाओं में मिलने वाला लाभ भी ले सकते हैं। ---डा. ए.के.¨सह, मुख्य चिकित्साधिकारी