पुलिस कर्मियों पर निगाह रखेगा यूपी पुलिस का पीएमएस एप
थानों में समय से साफ-सफाई हो रही है अथवा नहीं, फरियादियों की समस्याओं का समाधान समय से हो रहा है कि नहीं। इस प्रकार की तमाम शिकायतों का निस्तारण न होने पर अब पुलिस क्षेत्राधिकारियों की जवाबदेही तय होगी। क्योंकि पुलिस महानिदेशक ओपी ¨सह ने पुलिस कर्मियों पर नजर रखने के लिए यूपी पुलिस पीएमएस एप तैयार कराया है। इस एप के बारे में सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है और इस एप का किस प्रकार इस्तेमाल होगा, इसके लिए भी समय-समय पर जागरूक करने का आदेश दिया गया है। जिले में इस एप के बारे में जल्द ही एक बैठक का आयोजन किया जाएगा।
गौरव शर्मा, हापुड़ : थाने में समय से साफ-सफाई हो रही है अथवा नहीं, फरियादियों की समस्याओं का समाधान समय से हुआ कि नहीं, ऐसी तमाम शिकायतों का निस्तारण न होने पर अब पुलिस क्षेत्राधिकारियों की जवाबदेही तय होगी। पुलिस महानिदेशक ओपी ¨सह ने पुलिस कर्मियों पर नजर रखने के लिए यूपी पुलिस पीएमएस एप तैयार कराया है। इस एप के बारे में सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है और इस एप का किस प्रकार इस्तेमाल होगा, इसके लिए भी समय-समय पर जागरूक करने का आदेश दिया गया है। जिले में इस एप को लेकर जल्द ही एक बैठक का आयोजन किया जाएगा। बता दें कि जिले भर में कुल नौ थाने हैं। इन सभी थानों में अक्सर शिकायत रहती है कि फरियादियों की समस्याओं का समाधान नहीं होता। फरियादियों से पुलिस कर्मी अभद्र व्यवहार करते हैं। इस बात की लगातार पुलिस के उच्चाधिकारियों को मिल रही है। इस समस्या का समाधान करने के लिए पुलिस महानिदेशक ओपी ¨सह ने पीएमएस एप को विशेषज्ञों से तैयार कराया है। इस एप की जिम्मेदारी पुलिस क्षेत्राधिकारियों को दी गई है।
अपर पुलिस अधीक्षक राम मोहन ¨सह ने बताया कि जिले की पुलिस प्रभारी मासिक गोष्ठी, अपराध गोष्ठी अथवा क्राइम मी¨टग में पुलिस कर्मियों को इस एप के बारे में जानकारी देकर जागरूक करेंगे। सभी पुलिस कर्मियों के कार्यों की समीक्षा इसी एप के माध्यम से निर्धारित होगी। पुलिस क्षेत्राधिकारियों की जिम्मेदारी यह होगी कि वह इस एप से निगरानी की जानकारी उच्च स्तर के अधिकारियों को देंगे। आन लाइन थाना, कोतवाली के निरीक्षण की जानकारी भी इस एप के माध्यम से होगी। - क्या खास होगा एप में-
अपर पुलिस अधीक्षक राम मोहन ¨सह ने बताया कि एप के माध्यम से थानों की साफ-सफाई, शिकायतों के निस्तारण, पुलिस की दक्षता और कार्यप्रणाली की समीक्षा कैसे करनी है। इसकी जानकारी एप के माध्यम से आनलाइन होगी। - कैसे काम करेगा एप-
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस क्षेत्राधिकारी के साथ साथ पुलिस के उच्चाधिकारी इस एप को गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से डाउनलोड करेंगे। इस आईडी लखनऊ मुख्यालय से बनेगी। पूरी जानकारी मुख्यालय स्तर के अधिकारियों को होगी। मुख्यालय से ही आइडी और पासवर्ड दिया जाएगा। इसी आइडी के माध्यम से पुलिस कर्मियों पर निगाह रखी जाएगी।
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