तहसील क्षेत्र के 16 गांवों में होगी चकबंदी
चकबंदी प्रक्रिया से वंचित चल रहे तहसील क्षेत्र के गांवों पर चकबंदी निदेशालय की नजर पड़ गई है। निदेशालय ने ऐसे गांवों की सूची मांगी है। तहसील प्रशासन ने ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर :
चकबंदी निदेशालय ने तहसील क्षेत्र के ऐसे गांवों की सूची मांगी है जहां चकबंदी होनी है। तहसील प्रशासन ने चकबंदी से वंचित चल रहे 16 गांवों की सूची बनाकर निदेशालय को भेज दी है। निदेशालय से हरी झंडी मिलने के बाद वहां सीओ, एसीओ, कानूनगो और लेखपालों की नियुक्ति की जाएगी। वर्तमान में तहसील क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में चल रही चकबंदी प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
चकबंदी के दौरान गांव के लोगों को आवागमन के लिए चकरोड और खेतों की ¨सचाई के लिए नाली के लिए भूमि प्रदान की जाती है। चकबंदी हेाने का सबसे बड़ा फायदा किसानों को मिलता है, उनकी विभिन्न स्थानों पर बिखरी पड़ी जमीन एक जगह कर दिया जाता है।
उपजिलाधिकारी ज्योति राय ने बताया कि चकबंदी निदेशालय ने उन गांवों की सूची मांगी थी, जिनमें अभी तक चकबंदी नहीं हुई है। जांच में पता चला कि तहसील क्षेत्र के गांव पलवाड़ा खादर, आलमनगर खादर, लठीरा, गड़ावली, अब्दुल्लापुर, बख्तावरपुर उर्फ नयाबांस, कोथला खादर, कोथला बांगर, हकीमपुर गावड़ी, जमालपुर, पूठ खादर, कांठ उर्फ शंकराटीला खादर, किरावली खादर, रहरवा खादर, अलहदापुर उर्फ कुलपुर और कल्याणपुर में चकबंदी नहीं हुई है। इन 16 गांवों की सूची तैयार कर निदेशालय को भेज दी है। वहीं से तय होगा कि किन गांवों में चकबंदी की प्रक्रिया शुरू कराई जाए और किन्हें बाद के लिए छोड़ा जाए। उपजिलाधिकारी ने बताया कि निदेशालय से जिन गांवों में चकबंदी कराने के लिए हरी झंडी मिलेगी उसके बाद निदेशालय सीओ, एसीओ, कानूनगो और लेखपाल नियुक्त करेंगे।

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