UP में SIR के दौरान बड़ी लापरवाही आई सामने, पढ़े-लिखे लोग भी फॉर्म नहीं कर रहे जमा; घरों के चक्कर लगा रहे अफसर
पिलखुवा में एसआईआर फॉर्म अभियान में लोगों की लापरवाही सामने आ रही है। पढ़े-लिखे लोग भी फॉर्म भरकर जमा नहीं कर रहे हैं, जिससे अभियान धीमा हो गया है। अं ...और पढ़ें
-1764771269982.webp)
एसआइआर फॉर्म अभियान में लोगों की लापरवाही लगातार सामने आ रही है।
संवाद सहयोगी, पिलखुवा। नगर क्षेत्र में चल रहे एसआइआर फॉर्म अभियान में लोगों की लापरवाही लगातार सामने आ रही है। बीएलओ और नगर पालिका की टीमें सुबह से शाम तक वार्डों में जाकर फॉर्म बांट रही हैं, कॉलम समझा रही हैं और तुरंत जमा कराने की अपील कर रही हैं, लेकिन बड़ी संख्या में खासकर पढ़े-लिखे लोग फॉर्म अपने घरों में रख ले रहे हैं और वापस नहीं कर रहे। इससे पूरे अभियान की गति प्रभावित हो रही है।
अभियान के पहले चरण के तहत चार दिसंबर तक सभी फॉर्म जमा होने थे, लेकिन अत्यधिक लंबित फॉर्म देखकर प्रशासन ने तिथि बढ़ाकर ग्यारह दिसंबर कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि यह तिथि अंतिम है, क्योंकि एसआईआर का सटीक डेटा क्षेत्र में मिलने वाली योजनाओं, सुविधाओं और बजट आवंटन से जुड़ा होता है।
नगर पालिका के दो सौ से अधिक कर्मचारी लगातार मोहल्लों में जाकर लोगों से सीधे संवाद कर रहे हैं। कई स्थानों पर टीमों ने पाया कि लोग फॉर्म ले तो रहे हैं, पर भरने में रुचि नहीं दिखा रहे। कई घरों में दो-दो बार जाने के बावजूद फॉर्म जमा नहीं हुए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि यदि यही स्थिति रही तो अभियान में देरी के साथ भविष्य की योजनाओं के निर्धारण में भी भारी गड़बड़ी हो सकती है। वार्डवार समीक्षा बैठकों में भी लंबित फॉर्मों की संख्या चिंता का विषय बनी हुई है।
टीमों ने बताया कि कई घरों में लोग यह सोचकर फॉर्म जमा नहीं कर रहे कि इससे उन्हें कोई लाभ या हानि नहीं होगी, जबकि सच्चाई यह है कि आगामी अधिकांश सरकारी लाभ, सुविधाएं और योजनाएं इसी डेटा के आधार पर तय होंगी। अधिशासी अधिकारी इंद्रपाल सिंह ने कहा कि एसआइआर फॉर्म में सबसे बड़ी चुनौती लोगों की उदासीनता है। सभी लोग समय पर फॉर्म भरकर तुरंत क्षेत्र में कार्य कर रहे कर्मचारी को उपलब्ध कराएं, ताकि समय से कार्य पूरा हो सके।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।