मंडी में अपनी फसल बेचने जा रहे हैं तो जरूर भरें Form 6R वरना हो जाएगा नुकसान; जानें कैसे बेचनी है फसल
मंडी में किसानों को फसल बेचते समय सावधान रहने की सलाह दी गई है। सरकार द्वारा आढ़त लेने का प्रविधान नहीं है फिर भी किसानों से वसूली जा रही है। किसानों को सिक्स-आर के माध्यम से फसल बेचने और मंडी गेट पर वजन कराने की सलाह दी गई है ताकि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके और लकी ड्रा में कृषि उपकरण जीतने का अवसर मिले।

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर: यदि आप मंडी में अपनी फसल बेचने के लिए जा रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है। आप की थोड़ी सी जागरूकता मंडी में ली जाने वाली आढ़त से बचा सकती है।
जिले में इस समय साठा धान, मक्का, सब्जी आदि की बिक्री चल रही है। सरकार की ओर से मंडी में किसानों की फसल पर आढ़त लेने का प्राविधान नहीं है।
इतना ही नहीं सरकार की ओर से मंडी में आने वाली फसल को Form 6R के माध्यम से खरीदने का आदेश दिया गया है।
Form 6R नहीं भरने से होता है किसान को नुकसान
बावजूद इसके जागरूकता के अभाव में किसानों से आढ़त लेने के साथ ही उनका माल कच्चे पर्चे पर खरीदा जाता है।
इससे किसान को सरकार से संचालित योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। वहीं उनसे आढ़त तक वसूल ली जाती है। ऐसे में किसान को दोहरा नुकसान होता है।
इस तरह बेचे फसल
- जब आप अपनी फसल बेचने जाएं तो मंडी गेट पर लगे कांटे पर अपनी फसल का वजन एवं रजिस्ट्रर में एंट्री करवाएं।
- इसके बाद व्यापारी से अपनी फसल Form 6R के माध्यम से बेचने के लिए कहें। Form 6R के तीन कूपन होते हैं। इसमें एक कूपन व्यापारी, दूसरा किसान और तीसरा कूपन मंडी कार्यालय में जमा हो जाता है।
- सरकार की ओर से इन कूपन को एकत्र करके प्रत्येक वर्ष लकी ड्राॅ निकाला जाता है। जिसमें कृषि से जुड़े संयंत्र जैसे ट्रैक्टर, रोटावेटर, हैरो, ट्रिलर आदि अन्य ईनाम पा सकते हैं।
- यदि कोई व्यापारी Form 6R पर आपकी फसल खरीदने के लिए इनकार कर रहा है तो मंडी सचिव या जिला या तहसील स्तर पर बैठने वाले अधिकारियों को सूचित कर सकते हैं।
समय समय पर किसानों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाता है। किसानों से Form 6R के माध्यम से ही फसल खरीदी जाती है।
- गौरव कुमार, इंस्पेक्टर मंडी सचिव
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