Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    अचानक बीमार पड़ रहे लोग, अस्पतालों में बढ़ने लगी मरीजों की संख्या; इस बदलते मौसम में क्या करें-क्या न करें

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 05:16 PM (IST)

    बदलते मौसम के कारण अचानक बीमार पड़ने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हो रही है, जिससे अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। तापमान में बदलाव के कारण सर्दी, खांसी और बुखार के मामले बढ़ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि वायरस और बैक्टीरिया के प्रसार के लिए यह मौसम अनुकूल है। स्वस्थ रहने के लिए नियमित रूप से हाथ धोएं, पौष्टिक भोजन खाएं और पर्याप्त नींद लें।

    Hero Image

    बदलते मौसम के लिए डॉक्टर ने जारी की एडवाइजरी।

    जागरण संवाददाता, हापुड़। बदलते इस मौसम में तापमान ऊपर-नीचे हो रहा है। दिन में गर्मी तो रात में हल्की ठंड हो जाती है। दिन की गर्मी देखकर लोग रात की हल्की सर्दी के प्रति लापरवाह रहते हैं। यहीं लापरवाही बीमारी का कारण बन जाती है। मौसम बदलने के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। सबसे ज्यादा सर्दी, जुकाम, बुखार और हृदय रोगी अस्पताल पहुंच रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बदलता मौसम श्वांस, दमा, ब्लड प्रेशर, हृदय के मरीजों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक होता है। अस्पतालों में धीरे-धीरे ऐसे मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, जो मौसमी बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। सर्दी जुकाम के अलावा खांसी से पीड़ित मरीजों की संख्या सबसे अधिक है। इसके अलावा बदन दर्द, जोड़ों का दर्द और सांस फूलने से परेशान मरीज भी आ रहे हैं।

    सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की संख्या पर गौर करें तो कम से कम 1500 तक मरीजों के पर्चें बन रहे हैं। इनमें पांच सौ से लेकर छह सौ मरीज सर्दी जुकाम के ही निकल रहे हैं। उधर, अस्थमा, दमा, ब्लड प्रेशर, सांस फूलने और सीने में दर्द के मरीजों की संख्या भी कम नहीं है। इसके साथ ही एक दिन में 10 से 20 मरीज हृदय रोग से संबंधित पहुंच रहे हैं। ऐसे में हृदय रोगियों को सबसे अधिक खतरा है।

    यह न खाएं हृदय रोगी

    चिकित्सक के मुताबिक हार्टअटैक के मरीज को जहां ठंड से बचाव की जरूरत है, वहीं चिकनाई युक्त भोजन मना कर दिया जाता है। नमक की मात्रा बहुत कम कर दी जाती है। मछली, मांस, शराब, बीड़ी, सिगरेट और तंबाकू पर पूर्णतया रोक लगा दें। यह मरीज के लिए लाभदायक सिद्घ होगा। इसके सेवन से मरीज की हालत और बिगड़ सकती है।

    मौसमी बीमारियों से बचाव

    -सुबह शाम की ठंड से बचें

    - गर्म कपड़े पहनें

    - गर्म पानी पिएं और गर्म भोजन खाएं
    - ठंडी चीजों का इस्तेमाल का न करें
    - सर्दी-जुकाम होने पर भी चिकित्सक की सलाह लें
    - पेट में गैस की शिकायत पर तुरंत दवा लें
    - मुंह पर मास्क या कपड़ा रख कर निकलें

    ठंड में हार्टअटैक का खतरा अधिक रहता है। सीने में दर्द वाले मरीज तो प्रतिदिन आ रहे हैं। सर्दी, खांसी, जुकाम, बदन दर्द आदि के मरीजों की संख्या बढ़ ही रही है। तो उन्हें ठंड से बचाव की जरूरत है। सीने में जरा सा भी दर्द हो तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लेकर दवा लें। गर्म पानी पिएं। सुबह शाम पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े ही पहनकर निकलें, तो सुबह और शाम को पड़ने वाली हल्की ठंड के साथ बीमारियों से बचा जा सकता है। - डॉ. अशरफ अली, फिजीशियन, सीएचसी