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    हापुड़ में सरताज की हत्या का खुलासा, इस वजह से शुरू हुआ था विवाद; परिवार में मातम छाया

    Updated: Fri, 17 Oct 2025 04:58 PM (IST)

    हापुड़ में जमीनी रंजिश के चलते मेरठ के सरताज की हत्या कर दी गई। आरोप है कि सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त कराने के कारण यह विवाद शुरू हुआ। मृतक के भाई ने गांव के नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। सरताज प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था और परिवार का अकेला भरण-पोषण करने वाला था, जिससे परिवार में मातम छाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।  

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    केशव त्यागी, हापुड़। पुरानी कहावत है अक्सर जर, जोरू और जमीन ही किसी भी विवाद की जड़ होती हैं। ऐसी ही जमीनी रंजिश की कीमत जिला मेरठ के थाना मुंडाली क्षेत्र के गांव जसौरा के सरताज को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी है। करीब तीन साल से चल आ रही रंजिश के दौरान हत्यारोपितों ने सरताज के खिलाफ थाना बाबूगढ़ व मुंडाली में मुकदमे भी दर्ज कराए थे। मामले में मुंडाली थाना पुलिस ने नौ नामजद हत्यारोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।

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    थाना सिंभावली क्षेत्र के गांव शरीकपुर के जंगल में मंगलवार देर रात एक व्यक्ति का सड़ा गला शव मिला। पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। इसी बीच उसकी शिनाख्त सरताज के रूप में हुई। स्वजन ने भी कपड़ों के आधार पर उसकी शिनाख्त का दावा किया। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

    इस मामले में मेरठ के थाना मुंडाली में सरताज के छोटे भाई वकील ने गांव के रोहिल, खुर्रम, फराहीम, फरीद, फिरोज, वकार, शाहनूर, अजहर और जुल्फिकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें वकील ने बताया कि सरताज प्रापर्टी डीलिंग का काम करता था। पांच अक्टूबर की शाम करीब चार बजे जुल्फिकार ने जमीन दिखाने के नाम पर उसके घर से बुलाया था। जिसके बाद सभी ने मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया।

    जमीन कब्जा मुक्त कराने से शुरू हुई रंजिश

    सरताज के भाई वकील ने बताया कि गांव में तीन बीघा सरकारी जमीन है। इस जमीन पर रोहिल का कब्जा है। कुछ दिन पहले सरकारी अधिकारियों ने जमीन को कब्जा मुक्त कराया था। रोहिल को शक था कि सरताज ने यह कार्रवाई कराई है। जिसके बाद दोनों के बीच रंजिश शुरू हो गई। दोनों के बीच कई बार मारपीट की घटनाएं भी हुई। इसी बीच रोहिल ने थाना बाबूगढ़ में सरताज के खिलाफ लूट व मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया था। इतना ही नहीं मुंडाली थाने में भी उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। इसके बाद से दोनों की रंजिश और ज्यादा बढ़ गई। इसी रंजिश का खामियाजा उसके भाई को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा है।

    परिवार की परवरिश को लेकर चिंता

    वकील ने बताया कि सरताज की मौत से उसके पिता शौकीन, माता शमीम, भाई फैमू, नईम, नसीम, शकील, सरफराज, इमरान, बहन अमीरजहां, फरजाना और अमरजहां का रो-रोकर बुरा हाल है। सरताज की पत्नी फरजाना व उसके पुत्र जुनैद, सैत, जैद, गब्बर, पुत्री मेहविश और चांदनी भी इस सदमे को सह नहीं पा रहे हैं। सरताज अकेला अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा था। सरताज की मौत से उसकी पत्नी व बच्चों की परवरिश को लेकर सभी चिंतित हैं।

    सरताज की मौत के मामले में मुंडाली थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। वहीं से मामले की जांच की जाएगी। जो भी सहयोग पुलिस मांगेगी वह दिया जाएगा। - महेंद्र सिंह, प्रभारी निरीक्षक, थाना सिंभावली