इस वर्ष नहीं होगा कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान मेले का आयोजन
जागरण संवाददाता हापुड़ गढ़ खादर में हर साल कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर आयोजित होने

जागरण संवाददाता, हापुड़
गढ़ खादर में हर साल कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर आयोजित होने वाले भव्य मेले का इस बार आयोजन नहीं किया जाएगा। शासन ने कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए मजबूरी में यह कठोर निर्णय लिया है। मेले का आयोजन कराने के लिए जनपद प्रशासन, जिला पंचायत और कई गणमान्य लोगों ने सिफारिश की थी। हालांकि शासन के इस निर्णय से गंगा मेले में जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं को काफी निराशा हुई है। गढ़ खादर में प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर भव्य मेले का आयोजन कराया जाता है। तीन साल पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे शासकीय मेला घोषित किया था। मेले का आयोजन जिला पंचायत द्वारा कराया जाता है। हर साल इस पर एक से डेढ़ करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं। मेले में प्रदेश के विभिन्न जनपदों और आसपास के प्रदेशों से करीब 20 से 25 लाख लोग आते हैं। करीब एक माह तक चलने वाले इस मेले के लिए बड़े स्तर पर तैयारी की जाती है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते जिला प्रशासन और जिला पंचायत अध्यक्ष ने मेले का आयोजन न कराने की सिफारिश शासन से की थी।
इसके संबंध में जिला पंचायत अध्यक्ष अमृता कुमार ने पंचायत राज मंत्रालय को पत्र भी लिखा था, जिसके संबंध में शासन के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन कराते हुए मेले का आयोजन कराया जाए। वहीं नगर विकास मंत्रालय के प्रमुख सचिव ने भी मेले के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट जिलाधिकारी से मांगी थी। मेला होगा या नहीं इसको लेकर जनपद में कयास लगाए जा रहे थे। बुधवार को शासन में उपसचिव राजेंद्र मणि त्रिपाठी ने जिलाधिकारी अदिति सिंह को भेजे पत्र ने कयासों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने जिलाधिकारी को भेजे पत्र में आदेश दिए हैं कि इस वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुए कार्तिक पूर्णिमा मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा। अपर जिलाधिकारी जयनाथ यादव ने बताया कि शासन ने कार्तिका पूर्णिमा मेले का आयोजन न कराने के आदेश दिए हैं। शासन के आदेश का पालन कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेले में 20 से 25 लाख लोग आते हैं, जिससे कोरोना वायरस के फैलने का खतरा अधिक रहता।

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