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    1475 रसोइयों को छह माह से नहीं मिला मानेदय

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 16 Oct 2021 06:11 PM (IST)

    जागरण संवाददाता हापुड़ जिले के 500 से अधिक परिषदीय विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बनाने के लिए

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    1475 रसोइयों को छह माह से नहीं मिला मानेदय

    जागरण संवाददाता, हापुड़ :

    जिले के 500 से अधिक परिषदीय विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बनाने के लिए 1475 रसोइयों की नियुक्ति हुई है, नियमित रूप से कार्य करने के बावजूद इन रसोइयों को मार्च से मानदेय नहीं मिला है। पिछले छह माह से मानदेय नहीं मिलने से रसोइया परेशान हैं। उन्हें अब दिवाली मनाने की चिता सताने लगी है। अगर दिवाली से पहले मानदेय नहीं मिला तो त्योहार फीका ही रह जाएगा। शनिवार को रसोइयों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा। मध्याह्न भोजन योजना के तहत कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को हर रोज निर्धारित मेन्यू के अनुसार भोजन दिया जाता है। इसके लिए छात्र संख्या के अनुपात में भोजन तैयार करने के लिए रसोइयों की नियुक्ति की जाती है। जनपद में 500 से अधिक परिषदीय विद्यालय संचालित हैं, जिनमें 1475 रसोइयों की नियुक्ति री गई है। कार्यरत सभी रसोइयां नियमित रूप से स्कूल पहुंचकर भोजन बना रही हैं। मार्च माह से रसोइयों को मानदेय नहीं मिला है। मानदेय नहीं मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। रसोइयों का कहना है कि मानदेय नहीं मिलने से हम लोगों को घर चलना मुश्किल हो गया है। उनका कहना है कि रोज सुबह समय से विद्यालय आकर मध्याह्न भोजन तैयार करती हैं। विद्यालय बंद होने के बाद घर जाती हैं। उन्हें छह माह से मानदेय नहीं मिला। मानदेय न मिलने से घर चलाने में कठिनाई उठानी पड़ रही है। बेसिक शिक्षा अधिकारी अर्चना गुप्ता का कहना है कि माह मार्च तक का भुगतान कर दिया गया है। उसके बाद से रसोइयों के मानदेय का बजट शासन स्तर से लंबित है। उनका कहना है कि बजट मिलते ही बकाया मानदेय का भुगतान कर दिया जाएगा। इसको लेकर शासन से मांग की जा चुकी है। ज्ञापन सौंपने वालों में गीता शर्मा, नर्गिस, मुस्कान, कमर जहां, पूनम, मोहसिना, ब्रह्मपाली, ऊषा आदि महिला रसोइया मौजूद रहीं।

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