Weather Update: NCR में कहर बरपा रही गर्मी, उमस ने बढ़ाई लोगों की बेचैनी; रात को भी नहीं मिल रही राहत
हापुड़ में उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हैं। तेज धूप और उच्च आर्द्रता के कारण लोगों को बेचैनी हो रही है। मौसम विभाग ने 18 जून को विक्षोभ आने का अनुमान जताया है लेकिन गर्मी से राहत 27 जून के बाद ही मिलने की संभावना है। प्रशासन ने लू से बचाव के लिए अलर्ट जारी किया है।

जागरण संवाददाता, हापुड़। शनिवार को लोगों को दिनभर उमसभरी गर्मी के चलते पसीना-पसीना होना पड़ा। सुबह से ही तेज धूप और आर्द्रता के चलते गर्मी के साथ ही बेचैनी का सामना करना पड़ा।
शनिवार का न्यूनतम तापमान 28 और अधिकतम 41 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं मौसम विभाग ने 18 जून की रात को एक विक्षोभ आने का पूर्वानुमान जारी किया है। इससे 19 जून को क्षेत्र में कहीं-कहीं हल्की बौछार पड़ सकती हैं।
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गर्मी में बाजार हो गए सुनसान
लू चलने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को तेज धूप के साथ ही उमस और बढ़ गई। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को भीषण गर्मी के साथ ही शनिवार को भी राहत नहीं मिली।
कब से होगी बारिश?
सुबह से ही तेज धूप के साथ लोग पसीना-पसीना होते रहे। धूप के चलते तापमान भी ज्यादा रहा। जिले में लोग दिनभर पसीना-पसीना होते रहे। अभी गर्मी से राहत मिलने के आसान नहीं है।
18 जून की रात को एक हल्का पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी हो रहा है, लेकिन इससे ज्यादा राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। अब 27 जून से वर्षा होने का पूर्वानुमान जारी किया गया है। उसके बाद ही गर्मी से राहत मिलेगी।
जानलेवा हो सकती है लापरवाही
विशेषज्ञों के अनुसार लू का मौसम सर्दी से ज्यादा खतरे वाला होता है। भीषण गर्म हवाओं और ज्यादा तापमान के चलते शरीर में पानी की कमी होने और तापमान बढ़ने का खतरा बना रहता है। इससे बीपी बढ़ने के साथ ही हार्ट अटैक होने और किडनी के सिकुड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों और बुजुर्गों को हो सकती है। तेज गर्म हवाओं के सीधे संपर्क में रहने से जान जा सकती है। भीषण गर्मी में खानपान के प्रति जागरूक रहने की जरूरत है। इसमें क्या खाना अौर कब खाना है यह महत्वपूर्ण है।
अलर्ट पर है प्रशासन
जिला प्रशासन ने लू के चलते अलर्ट जारी कर दिया है। इसके साथ ही लोगों को जागरूक करने और आपात स्थिति में बचाने के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। इसके लिए कलक्ट्रेट में कंट्रोल रूम बनाया गया है।
कंट्रोल रूम के साथ ही प्रत्येक तहसील व ब्लाक स्तर पर कमेटी का गठन किया गया है। किसी भी आपात स्थिति में लोगों को तत्काल अलर्ट करने की सुविधा है। वहीं अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। अस्पतालों में आपात स्थिति के लिए बेड सुरक्षित किए गए हें।
लू की चपेट में आने के लक्षण
- बहुत ज्यादा प्यास लगना और पेशाब का कम आना।
- गला सूचना और आंखों में से आग सी निकलना।
- चक्कर आना और जी मिचलाना, बुखार होना।
- उल्टी-दस्त होना या जी मिचलाने की स्थिति का बनें रहना
- चेहरे, हाथ व पैरों में जलन का होना। पैरों में एठन का होना।
ऐसे बचाव करें
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर ही घर से निकलें
- थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहें, सिर पर कपड़ा रखें।
- खाने में प्यास का सेवन करें, फुल बाजू के कपड़े पहनें।
- खाना हल्का व सुपाच्य लें, ज्यादा देर धूप में न रहें।
- दोपहिया वाहन पर लंबा सफर करने से बचें।
- गर्म हवा के सीधे संपर्क में आने से बचें।
मौसम में बदलाव होने का पूर्वानुमान है। उमस से लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। फिलहाल तेज धूप से राहत मिलने की स्थिति अभी नहीं है। इस सप्ताह भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
- डॉ. अशोक कुमार सिंह, मौसम विज्ञानी-कृषि विज्ञान केंद्र, हापुड़
हम तेज गर्म हवाओं की स्थिति और आमजन पर होने वाले प्रभाव पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। लोगों को तेज धूप में घरों में ही रहने की सलाह दी जा रही है। सिर पर गीला कपड़ा रखने से भी लू से बचाव होता है। - गजेंद्र सिंह, जिला आपदा अधिकारी।

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