गाजियाबाद डंपिंग ग्राउंड के मामले में कोर्ट जाएंगे हापुड़ के ग्रामीण, सातवें दिन भी धरना जारी
ग्राम गालंद में डंपिंग ग्राउंड बनाने का मंसूबा विफल होता नजर आ रहा है। धरने पर बैठे ग्रामीणों ने मामले को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की योजना बनाई है। ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय स्तर पर अधिकारियों से राहत मिलने की उम्मीद खत्म है।

हापुड़ / पिलखुवा [संजीव वर्मा ]। ग्राम गालंद में गाजियाबाद नगर निगम द्वारा डंपिंग ग्राउंड बनाने का मंसूबा विफल होता नजर आ रहा है। धरने पर बैठे ग्रामीणों ने मामले को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की योजना बनाई है। ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय स्तर पर अधिकारियों से राहत मिलने की उम्मीद खत्म होती नजर आ रही है। दूसरी ओर ग्रामीणों का शनिवार को सातवें दिन भी धरना जारी रहा।
गाजियाबाद नगर निगम द्वारा गाजियाबाद का कूड़ा डंप करने के लिए गालंद गांव में डंपिंग ग्राउंड बनाया जा रहा है। जिसके विरोध में गत रविवार से कई गांवों के ग्रामीण डंपिंग ग्राउंड के पास धरना पर बैठे हैं। धरनारत लोगों को विभिन्न राजनैतिक एवं संगठनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता समर्थन दे चुके हैं। तथा समर्थन देनें का सिलसिला अभी भी जारी हैं। ग्रामप्रधान गालंद संजय कोरी ने बताया कि गांव लाखन, छिजारसी, पिपलेड़ा, हिंडालपुर, खेड़ा, मसूरी आदि समेत आसपास के ग्रामीणों के साथ बैठक की गई हैं।
जिसमें डंपिंग ग्राउंड के विरोध में उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने का निर्णय लिया गया हैं। शीघ्र ही न्यायालय में वाद दायर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन से उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद नहीं हैं। धरना पर बैठने वालों में भूरे राणा, आसिफ, अबरार, अशरफ, जावेद, भूपेंद्र, अजीत, विनित, शक्ति, नितेंद्र, बादल, आकाश, बंटी, योगेश, कुशल, रकम, महेश, अरूण,शिवम, मुकेश, लखी, देवराज, अनिल, ओमवीर, धर्मेंद्र, दीपक, ब्रजपाल, सोनू, ब्रजमोहन, रवि समेत सैकड़ों ग्रामीण शामिल रहे। उपजिलाधिकारी धौलाना विजय वर्धन तोमर का कहना है कि गाजियाबाद नगर निगम के अधिकारियों से लगातार बात चल रही है। जल्द ही समस्या का समाधान निकालकर धरना समाप्त कराया जाएगा।
चर्चा में रहा विधायक का बयान: धौलाना के विधायक असलम चौधरी का बयान शनिवार को धरना स्थल पर चर्चाओं में रहा। दरअसल शुक्रवार को विधायक का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसमें वह कह रहे हैं सत्ता उनकी, कर्मचारी उनके और फिर भी अगर उनमें हिम्मत है तो एक गाड़ी कूड़ा उनके क्षेत्र में डलवाकर दिखा दें। आखिर में कहा, नगर आयुक्त कूड़ा अपने घर में डलवाएं या गाजियाबाद में। विधायक का कहना है कि वह किसी कीमत पर गालंद में डंपिंग ग्राउंड नहीं बनने देंगे। इसके लिए जहां कुछ भी क्यों ना करना पड़े।
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