'पुतले की मौत' की साजिश उड़ा देगी होश, 50 लाख हड़पने का खेल रचने वालों को मिली जमानत
हापुड़ में 50 लाख रुपये के बीमा क्लेम हड़पने के चक्कर में पुतले को लेकर श्मशान घाट पहुंचने वाले दो दोस्तों को थाने से ही जमानत मिल गई है। दोनों ने मिलकर बीमा कंपनी को धोखा देने की साजिश रची थी। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया, लेकिन उन्हें थाने से ही जमानत मिल गई। मामले की जांच जारी है।

पुलिस की गिरफ्त में दो डमी और दोनों आरोपी।
जागरण संवाददाता, हापुड़। जीवित कर्मचारी को मृत बताकर बृहस्पतिवार को शव की जगह डमी का अंतिम संस्कार करने गढ़मुक्तेश्वर के ब्रजघाट पहुंचे दिल्ली के दो दोस्तों के खिलाफ दारोगा की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मगर, दोनों को पुलिस ने थाने से ही जमानत दे दी है।
दोनों ने मूल रूप से बिहार के कर्मचारी के नाम पर 50 लाख रुपये की बीमा पॉलिसी कराई थी। जिसे हड़पने के लिए उसकी मौत का ड्रामा रचा था। फिलहाल कर्मचारी प्रयागराज में रह रहा है। जिसे पुलिस ने पूछताछ के लिए हापुड़ बुलाया है। शनिवार को उसके हापुड़ पहुंचने की संभावना है। जिसके बाद पूछताछ में प्रकरण से जुड़े अहम सुराग से पर्दा हटने की संभावना जताई जा रही है।
गुरुवार दोपहर ब्रजघाट लाई गई थी डमी
बता दें कि गुरुवार दोपहर करीब डेढ़ दिल्ली के पालम क्षेत्र के महावीर एन्क्लेव के कमल कुमार सोमानी व उसके दोस्त उत्तम नगर के जैन कॉलोनी के आशीष खुराना कार में सवार होकर ब्रजघाट के मुख्य श्मशान घाट पर पहुंचे।
दोनों ने श्मशान कर्मी रचित गोयल उर्फ भोला को बताया कि कार में उनके रिश्तेदार अंशुल का शव है, जिसका दाह-संस्कार करना है। जब शव को गाड़ी से उतारा जाने लगा तो उसमें वजन बहुत कम लगा। कफन हटाते ही प्लास्टिक की डमी नजर आई।
2019 में कमल की हुई अंशुल से मुलाकात
श्मशान कर्मियों ने तुरंत दोनों को रोका और पुलिस को सूचना दी। दबोचे जाने के बाद पुलिस के सामने दोनों ने कबूल किया कि वर्ष 2019 में कमल की करोल बाग में भारत किराना के नाम से ड्राई फ्रूट की दुकान थी। वहां काम करने वाले बिहार के नीरज का भाई अंशुल आता-जाता था। वर्तमान में अंशुल प्रयागराज में रह रहा है।
दुकान बंद होने और 50-55 लाख रुपये का कर्ज होने पर कमल सोमानी ने अंशुल के आधार कार्ड-पैन कार्ड का दुरुपयोग कर उसके नाम पर टाटा एआईजी लाइफ इंश्योरेंस से 50 लाख की पॉलिसी कराई। खुद को नॉमिनी बनाया। किस्त भी खुद भरता रहा।
लालच आया तो कमल ने दोस्त आशीष को बताया प्लान
बाद में लालच आया तो उसने आशीष खुराना को प्लान बताया कि अंशुल को मृत घोषित कर बीमा राशि हड़प लें। इसके लिए दिल्ली से दो फाइबर पुतले खरीदे। एक छोटा निकला तो दूसरा लिया। पुतले को कफन में लपेट कर ब्रजघाट लाए। ताकि दाह-संस्कार के बाद फर्जी मौत प्रमाण-पत्र बनवाकर क्लेम की राशि हड़प सकें।
थाना गढ़मुक्तेश्वर प्रभारी निरीक्षक मनोज बालियान ने बताया कि दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। दोनों को थाने से जमानत दे दी है। पुलिस ने उनके कर्मचारी को बुलाया है। शनिवार को उसे आने की संभावना है। उससे गहनता से पूछताछ की जाएगी। जिसके बाद सख्त कार्रवाई होगी।

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