हापुड़ में मंडी निरीक्षक पर रिश्वतखोरी का आरोप, शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने हिरासत में लिया
हापुड़ में मंडी निरीक्षक गौरव चौहान पर धान व्यापारी से रिश्वत लेने का आरोप है। ट्रक छोड़ने के बदले 98 हजार रुपये मांगे गए, जिसमें से 40 हजार रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर कराए गए। शिकायत मिलने पर डीएम ने जांच कराई, आरोप सही पाए जाने पर निरीक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

मंडी निरीक्षक को रिश्वत लेने के आरोप में हिरासत में लिया गया।
जागरण संवाददाता, हापुड़। धान व्यापारी के ट्रक को रोककर हापुड़ मंडी समिति के निरीक्षक ने उससे 40 हजार की रिश्वत ली। निरीक्षक ने रिश्वत के रुपये स्वयं न लेकर एक अन्य के बैंक खाते में ट्रांसफर कराए। ट्रक छोड़ने की एवज में मंडी निरीक्षक ने 98 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।
बाकी के रुपये न मिलने पर मंडी निरीक्षक ने ट्रक को नहीं छोड़ा। मामले में व्यापारी के डीएम से शिकायत करने व थाने में तहरीर देने के बाद मंडी निरीक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। मंडी निरीक्षक को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ में जुटी है।
पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में दिल्ली के नरेला क्षेत्र के पाना उद्यान के पास रहने वाले यचित कुमार ने बताया कि उनकी मैसर्स सुरेंद्र ट्रेडिंग के नाम से फर्म है। आठ अक्टूबर की रात साढ़े सात बजे उसकी फर्म का धान से भरा एक ट्रक नरेला मंडी से निकला। ट्रक को लेकर चालक रामपुर के विलासपुर क्षेत्र के गांव चौकनी का जितेंद्र कुमार गढ़मुक्तेश्वर की तरफ जा रहा था।
अल्लाबख्शपुर टोल प्लाज से एनएच-09 पर पहुंचने के बाद एक व्यक्ति ने ट्रक को रुकवा लिया। स्वयं को हापुड़ मंडी निरीक्षक बताते हुए उसने अपना नाम गौरव चौहान बताया। इसके बाद वह माल (धान) के कागजात चैक करने लगा। कागजों में कमी बताते हुए उसने चालक से मालिक से बात कराने को कहा। इस पर चालक ने अपने नंबर से उसे काल किया। काल पर मंडी निरीक्षक ने बताया कि 1.36 लाख रुपये की मंडी पेनल्टी लगेगी।
इस पर पीड़ित ने विनती करते हुए पेनल्टी न लगाने के लिए कहा। इसपर पेनल्टी न लगाने की ऐवज में 98 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। उसके कहे अनुसार पीड़ित ने चालक के खाते में रुपये आनलाइन ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद मंडी निरीक्षक ने चालक को बारकोड दिखा कर 20-20 हजार की दो आनलाइन ट्रांजक्शन कराए।
फिर किसी मुकेश कुमार नाम के व्यक्ति के क्यूआर कोड पर 1500, छह हजार व दो हजार रुपये आनलाइन ट्रांसफर कराए। कुछ देर बाद 9500 रुपये वापस चालक के बैंक खाते में ट्रांसफर कराए गए। चालक द्वारा जब रसीद देने व ट्रक छोडने को कहा तो और रुपयों की मांग कि गई। जबरन चालक से 40 हजार रुपये डीडी मोटर और महेश नाम के व्यक्ति के खाते में 20 हजार रुपये ट्रांसफर कराने का दबाव बनाया। मगर, दोनों के खाते में भेजी गई ट्रांजक्शन फेल हो गई।
इसके बाद बार-बार ट्रक छोडने या रसीद देने का आग्रह किया। परंतु इनके द्वारा न तो रसीद दी गई और न ट्रक को छोड़ा। इस मामले की शिकायत डीएम अभिषेक पांडेय से की। साथ ही थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। डीएम अभिषेक पांडेय ने बताया कि उनके आदेश पर गढ़मुक्तेश्वर एसडीएम ने मामले की जांच की।
प्राथमिक जांच में मंडी निरीक्षक पर आरोप सत्य पाए गए। थाना गढ़मुक्तेश्वर प्रभारी निरीक्षक मनोज बालियान ने बताया कि मामले में मंडी निरीक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस ने पूछताछ के लिए मंडी निरीक्षक को हिरासत में लिया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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