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    सपा नेता के भतीजे ने विरोधियों को फंसाने को खुद चलवाई थी गोली, हापुड़ पुलिस ने किया पर्दाफाश

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 12:28 PM (IST)

    हापुड़ में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमे सपा नेता के भतीजे मुन्साद ने लेन-देन के विवाद में विरोधियों पर दबाव बनाने के लिए खुद पर ही गोली चलवा दी। पुलिस ने इस घटना का पर्दाफाश करते हुए मुन्साद और उसके दोस्त जमालुद्दीन को गिरफ्तार किया है जबकि मुन्साद का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    पुलिस ने 36 घंटे के अंदर पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया।

    जागरण संवाददाता, हापुड़। सपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व शहर अध्यक्ष याद इलाही कुरैशी के भतीजे मुन्साद को 29 अगस्त की रात को किसी ने तीन गोली मार दी थीं। जिसका पुलिस ने 36 घंटे के अंदर पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया। मामले की पर्दाफाश हुआ तो हर कोई हैरान रह गया।

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    हाफिजपुर पुलिस ने घटना का पर्दाफाश करते हुए बताया कि सपा नेता का स्वयं भतीजा मुन्साद ही पूरी घटना का मास्टरमाइंड है। उसने रुपये के लेनदेन के विवाद में विरोधियों पर दबाव बनाने के लिए अपने दोस्त जमालुद्दीन उर्फ जमालू से स्वयं पर गोली चलवाई थी। पुलिस ने मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। जबकि मुन्साद का मेरठ के अस्पताल में उपचार चल रहा है, उसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

    याद इलाही कुरैशी ने हाफिजपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका भतीजा मुन्साद, कोटला मेवातियान के रहने वाले अपने ताऊ के बेटे जमालुद्दीन के साथ बाइक पर नवादा अंडरपास के पास जा रहा था। वहां दो बाइकों पर सवार चार लोग राहिल, गुफरान, सोनू व नवेद ने मुन्साद पर गोली चला दी। जिसमें उसके पेट और जांघ में दो गोलियां लगीं।

    गंभीर हालत में उसे मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह घटना कपड़े के व्यापार में रुपये के लेनदेन के पुराने विवाद से जुड़ी बताई गई थी। पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की तो उसे पूरा मामला संदिग्ध प्रतीत हुआ। विभिन्न बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए उन्होंने जांच को आगे बढ़ाया।

    एसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह के नेतृत्व में हाफिजपुर पुलिस, सीओ पिलखुवा अनीता चौहान और थाना प्रभारी आशीष कुमार पुंडीर ने पूरे मामले की जांच की। जिसमें पता चला कि मुन्साद ने अपने दोस्त जमालू के साथ मिलकर यह फर्जी गोलीकांड रचा था।

    उसने जानबूझकर जमालू से स्वयं पर गोली चलवाई। जिसमें एक गोली उसके पेट और एक गोली उसकी जांघ में लगी। मुन्साद ने फुरकान को पिस्टल छिपाने का जिम्मा सौंपा था। पुलिस के अनुसार यह गोली इस लिए चलवाई गई थी, जिससे विरोधी पक्ष को मामले में फंसाया जा सके।

    जमालुद्दीन व फुरकान को किया गिरफ्तार

    एसपी ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि रामपुर रोड पर गंदा नाला पुलिया के पास से जमालुद्दीन व फुरकान को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके पास से फायरिंग में इस्तेमाल की गई पिस्टल, कारतूस, खोखा, बाइक और स्कूटी बरामद की गई है।

    पिस्टल जमालू के मृतक भाई की थी। अस्पताल में भर्ती मुन्साद पर पुलिस लगातार निगरानी कर रही है। अस्पताल से छुट्टी मिलते ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि मुन्साद के आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है।

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