हापुड़ लूट मामला: चूहे-बिल्ली की दौड़ में बदमाशों से पिछड़ रही खाकी, अपराधी अब तक फरार
हापुड़ में हुई लूट की घटना के बाद, पुलिस अभी तक अपराधियों को पकड़ने में नाकाम रही है। बदमाश पुलिस से आगे निकल रहे हैं और अभी तक फरार हैं। इस घटना ने प ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, हापुड़। थाना पिलखुवा क्षेत्र में एनएच-09 पर दिनदहाड़े 85 लाख रुपये की लूट का पर्दाफाश करने के लिए एडीजी और डीआइजी ने मेरठ रेंज के सभी जिलों की पुलिस को बदमाशों के पीछे लगाया था। मगर, बदमाशों को पकड़ने में अभी तक पुलिस नाकाम है।
सर्विलांस लेकर लेकर मुखबिर तंत्र काम नहीं कर रहा है। ऐसे में उच्चाधिकारियों को फजीहत झेलनी पड़ रही है। उधर, वारदात का पर्दाफाश न होने से व्यापारी वर्ग में रोष बढ़ रहा है।
15 दिसंबर को हुई थी वारदात
पिलखुवा के दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे-09 पर 15 दिसंबर की दोपहर करीब दो बजे गौतमबुद्धनगर के दादरी के अजय पाल से बाइक सवार बदमाशों ने 85 लाख रुपये लूट लिए थे। पीछे से बाइक पर सवार दो बदमाशों ने अजय पाल की बाइक में लात मारकर उन्हें गिरा दिया था।
बदमाशों को मुनीम के रूट, समय और रकम की पूरी जानकारी थी। घटना का पर्दाफाश करने के लिए मेरठ रेंज के एडीजी और डीआईजी ने हापुड़, मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, गाजियाबाद, नोएडा की पुलिस और एसओजी टीमों को लगाया था।टीमों ने हाईवे के सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
बदमाशों की तस्वीरें भी सामने आई। जिसके बाद लुटेरों पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर उनकी फोटो सार्वजनिक की गई। मगर, एक सप्ताह बाद भी किसी भी बदमाश की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
व्यापारियों में दहशत और रोष
दिनदहाड़े हाईवे पर इतनी बड़ी लूट से व्यापारी वर्ग में भय का माहौल है। व्यापारिक संगठनों ने हाईवे पर पुलिस गश्त बढ़ाने और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर इतनी बड़ी रकम लूट ली जा सकती है, तो आम व्यापारी और उनके कर्मचारी कैसे सुरक्षित रहेंगे।
बता दें कि यह मामला मेरठ जोन पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। यदि जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई, तो व्यापारियों का आक्रोश और बढ़ सकता है।
पुलिस का दावा
एएसपी विनीत भटनागर ने बताया कि टीमें लगी हुई हैं। बदमाशों से जुड़े अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं। जल्द ही बदमाशों की गिरफ्तारी कर वारदात का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।

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