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Hapur: बिजली कर्मचारियों के धरने से ऊर्जा निगम को हुआ दो करोड़ का नुकसान, विभिन्न मांगों को लेकर किया प्रदर्शन

विभिन्न मांगों को लेकर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में अधिकारियों व कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार किया। दिनभर विभाग के कार्यालय में कोई काम नहीं हुआ। इस कारण उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ा। इसके कारण ऊर्जा निगम को 2 करोड़ का नुकसान हुआ है।

By Jagran NewsEdited By: Abhi MalviyaPublished: Tue, 29 Nov 2022 07:36 PM (IST)Updated: Tue, 29 Nov 2022 07:36 PM (IST)
Hapur: बिजली कर्मचारियों के धरने से ऊर्जा निगम को हुआ दो करोड़ का नुकसान, विभिन्न मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
मांगों को लेकर धरने पर बैठे कर्मचारी। (सांकेतिक तस्वीर)

हापुड़, जागरण संवाददाता। विभिन्न मांगों को लेकर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में अधिकारियों व कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार किया। दिनभर विभाग के कार्यालय में कोई काम नहीं हुआ। इस कारण उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ा। अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर घंटों तक धरना-प्रदर्शन के बाद शाम के समय अधिकारियों व कर्मचारियों ने मशाल जुलूस निकाला। कार्य बहिष्कार के चलते निगम को लगभग दो करोड़ का नुकसान हुआ है।

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मंगलवार को कार्य बहिष्कार में अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, उपखंड अधिकारी, सहायक अभियंता, अवर अभियंता, लिपिक, टीजी-2 और लाइनमैन स्तर के अधिकारी व कर्मचारी शामिल हुए। इसके चलते विभाग से संबंधित कोई कार्य नहीं हुआ। दिनभर विभागों में कुर्सी खाली रही। कई उपभोक्ता विभाग के कार्यालयों के चक्कर काटते रहे।

विभिन्न मांगों को लेकर शुरू हुआ धरना

इस मामले को लेकर अधिकारियों व कर्मचारियों ने बताया कि पूरे प्रदेश में मंगलवार सुबह दस बजे से कार्य बहिष्कार शुरू हो गया है। विभिन्न मांगों को लेकर यह धरना शुरू हुआ है। धरने के दौरान कर्मचारियों ने बताया कि ऊर्जा निगम के समस्त कार्मिकों की सुरक्षा हेतु पावर सेक्टर इम्प्लाइज प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने, वर्ष 2000 के बाद ऊर्जा निगमों की सेवा में आए समस्त कार्मिकों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने, कर्मचारियों को पूर्व की भांति नौ वर्ष, कुल 14 वर्ष एवं कुल 19 वर्ष की सेवा के उपरांत पदोन्नत पद के समयबद्ध वेतनमान प्रदान करने, केंद्र के सार्वजनिक उपक्रमों की भांति उत्तर प्रदेश के ऊर्जा निगमों में समस्त भत्तों का पुनरीक्षण करने सहित सभी श्रेणी के अधिकारियों और कर्मचारियों की वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग के अलावा अन्य मांगें हैं। इस मामले को लेकर अभियंता अधीक्षक यूके सिंह का कहना है कि मांगों को लेकर अधिकारी व कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर रहे हैं। बुधवार (आज) को भी यह जारी रह सकता है।

नहीं खुले बिल काउंटर

कार्य बहिष्कार के चलते जिले में ऊर्जा निगम के कोई भी बिल काउंटर नहीं खुला। जो उपभोक्ता बिल जमा करने पहुंचे थे, उन्हें वापस लौटना पड़ा। उपभोक्ता आसिम ने बताया कि कार्य बहिष्कार की सूचना पहले ही देनी चाहिए थी। अन्य उपभोक्ता भी दूसरे कार्यों से आए हैं, उनका भी कोई कार्य नहीं हुआ है।

तीनों डिविजन को मिलता है दो करोड़ का राजस्व

हापुड़ डिविजन प्रथम, हापुड़ डिविजन द्वितीय और गढ़मुक्तेश्वर डिविजन को प्रतिदिन लगभग दो करोड़ के राजस्व की प्राप्ति होती है। प्रथम को 30 से 40 लाख, द्वितीय को एक करोड़ से 1.35 करोड़ और गढ़ को 25 से 33 लाख का राजस्व मिलता है।

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