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    हापुड़ बना दिल्ली-एनसीआर का नया निवेश केंद्र, 'इन्वेस्ट इन हापुड़ समिट' में ₹1300 करोड़ के प्रस्ताव

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 05:16 PM (IST)

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में, हापुड़ दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में एक उभरता हुआ निवेश केंद्र बन गया है। 'इन्वेस्ट इन हापुड़ समिट 2025' में ₹1 ...और पढ़ें

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    डिजिटल टीम, लखनऊ/हापुड़। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश को निवेश और औद्योगिक विकास का एक प्रमुख गंतव्य बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में अब हापुड़ एक नए और तेजी से उभरते निवेश केंद्र के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। हाल ही में हापुड़-पिलखुवा विकास प्राधिकरण (HPDA) द्वारा आयोजित 'इन्वेस्ट इन हापुड़ समिट 2025' ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि निकट भविष्य में यह क्षेत्र गाजियाबाद, नोएडा और गुरुग्राम जैसे बड़े निवेश हब की श्रेणी में शामिल हो जाएगा। इस ऐतिहासिक समिट में कुल ₹1300 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव सामने आए हैं।

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    हापुड़ की क्षमता और सरकार की पारदर्शी नीतियां
    इस समिट का मुख्य उद्देश्य निवेशकों के सामने हापुड़-पिलखुवा क्षेत्र की वास्तविक, अप्रयुक्त क्षमता को उजागर करना और बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित करना था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, उत्तर प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने समिट का उद्घाटन किया।

    निवेश-अनुकूल वातावरण की सराहना
    वित्त मंत्री खन्ना ने अपने संबोधन में कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार की पारदर्शी नीतियां, सुदृढ़ कानून-व्यवस्था और निवेश-अनुकूल वातावरण के कारण आज उत्तर प्रदेश देश के शीर्ष निवेश गंतव्य स्थलों में गिना जाता है। 100 से अधिक निवेशकों को संबोधित करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली-एनसीआर का विकास अब केवल पारंपरिक क्षेत्रों तक सीमित नहीं रहेगा; हापुड़ जैसे क्षेत्र अब नए विकास इंजन के रूप में उभर रहे हैं।

    उन्होंने हापुड़-पिलखुवा विकास प्राधिकरण (HPDA) के वाइस चेयरमैन, डॉ. नितिन गौड़ (आईएएस) के प्रयासों की विशेष सराहना की। मंत्री ने कहा कि प्राधिकरण ने सीमित समय में ही वित्तीय मजबूती और नियोजित विकास का एक प्रभावी मॉडल प्रस्तुत किया है।

    HPDA की वित्तीय मजबूती
    समिट में प्रस्तुत आंकड़ों ने निवेशकों के भरोसे को और मजबूत किया है। HPDA ने पिछले दो वर्षों में उल्लेखनीय वित्तीय वृद्धि दर्ज की है:

    कुल लाभ: ₹172 करोड़ रुपये से बढ़कर ₹435 करोड़ रुपये तक पहुंचा।

    आय (नक्शे/स्वीकृतियां): ₹5.3 करोड़ रुपये से बढ़कर ₹26.32 करोड़ रुपये हो गई है।

    यह प्रभावशाली वृद्धि, प्रभावी प्रशासनिक व्यवस्था और त्वरित निर्णय लेने की प्रक्रिया को दर्शाती है, जो ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए महत्वपूर्ण है।

    हापुड़: एक उभरता औद्योगिक और शहरी केंद्र
    समिट के माध्यम से निवेशकों को यह स्पष्ट संदेश दिया गया कि हापुड़ अब केवल एक ग्रामीण छवि वाला क्षेत्र नहीं है। यह दिल्ली से मात्र 15 मिनट की दूरी पर स्थित एक तेजी से विकसित होता हुआ शहरी और औद्योगिक केंद्र है।

    मास्टर प्लान: हापुड़ का मास्टर प्लान वर्ष 2024 में स्वीकृत हो चुका है।

    कनेक्टिविटी: क्षेत्र की रोड कनेक्टिविटी अत्यंत मजबूत है और यह नेशनल हाईवे-9, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे और गंगा एक्सप्रेस-वे से जुड़ा है।

    भूमि उपलब्धता: निवेशकों को भूमि खोजने में असुविधा न हो, इसके लिए आवासीय और औद्योगिक भूमि की जानकारी ग्रामवार खसरे सहित उपलब्ध कराई गई, जो योगी सरकार के व्यावहारिक 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' मॉडल का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

    ₹1300 करोड़ के प्रमुख निवेश प्रस्तावसमिट के दौरान स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, रियल एस्टेट और आईटी क्षेत्र से जुड़े कई बड़े निवेशकों ने हापुड़ में निवेश का आश्वासन दिया। कुल ₹1300 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों में प्रमुख घोषणाएं इस प्रकार हैं:

     

    निवेशक समूह और उनकी निवेश राशि
    निवेशक समूह निवेश राशि (₹ करोड़) क्षेत्र
    यशोदा हॉस्पिटल ग्रुप 300 स्वास्थ्य सेवा
    दिव्यांश ग्रुप 200 रियल एस्टेट
    आईटी पार्क बाई विशाल त्यागी 200 सूचना प्रौद्योगिकी
    एस्पायर 150 रियल एस्टेट
    आनंतम 150 रियल एस्टेट
    वी मैप्स 150 रियल एस्टेट
    एमएंडएम 100 रियल एस्टेट
    पार्क सिटी 100 रियल एस्टेट

    इस अवसर पर मैक्स, मेदांता, न्यूट्रिमा और भारती जैसे बड़े समूहों ने भी निवेश की इच्छा व्यक्त की।

    HPDA के वाइस चेयरमैन डॉ. नितिन गौड़ ने बताया कि प्राधिकरण स्तर पर यह पहली इन्वेस्टर समिट थी। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हरिपुर आवासीय योजना के अंतर्गत 30 हेक्टेयर का नया लैंड बैंक विकसित किया जा रहा है, जिसमें से 21 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण पूरा हो चुका है।