Cyber Fraud: साइबर ठगों ने लगाया लाखों का चूना, शेयर मार्केट में निवेश का दिया था लालच
हापुड़ में साइबर अपराधियों ने एक व्यक्ति को शेयर मार्केट में निवेश का लालच देकर 9.21 लाख रुपये ठग लिए। आरोपियों ने व्हाट्सएप पर संपर्क कर मुनाफा कमाने का झांसा दिया। पीड़ित को एक एप पर निवेश करने के लिए कहा गया जहां शुरुआत में मुनाफा दिखाया गया। बाद में आरोपियों ने उससे संपर्क तोड़ दिया।
जागरण संवाददाता, हापुड़। हापुड़ में साइबर अपराधियों ने थाना व कस्बा बाबूगढ़ छावनी के नरेंद्र सिंह के 9.21 लाख रुपये की ठगी की है। ठगी को अंजाम देने के लिए पहले आरोपितों ने वाट्सएप काल पर पीड़ित को शेयर मार्केट में निवेश कर बड़ा मुनाफा होने का झांसा दिया। जिसके बाद ठगी को अंजाम दिया गया। पीड़ित की तहरीर पर थाना साइबर क्राइम पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में नरेंद्र सिंह ने बताया कि दस मार्च 2025 को उनके मोबाइल पर एक वाट्सएप काल आया था। काल रिसीव करने पर एक महिला ने बात की। उसने अपना नाम नेहा अग्रवाल बताया। उसने बताया कि वह जेएम फाइनेंस जीपी की फाइनेंशियल एडवाइजर है।
कंपनी का कार्यालय मुंबई में है। इसके बाद उसके पास ग्रुप से जुड़े कई मेंबर के काल आने शुरू हो गए। इसके बाद महिला ने उसे शेयर मार्केट में निवेश के लिए प्रेरित किया। निवेश के बदले मोटा मुनाफा होने का भरोसा दिया। जिसके चलते पीड़ित महिला के झांसे में आ गया। आरोपितों ने उसने एक स्थानीय एप बीएक्स-ट्रेड पर रुपये लगाने के लिए कहा।
लालच का जाल बना जी का जंजाल
आरोपितों के झांसे में आकर पीड़ित रुपये निवेश करने को तैयार हो गया। नेहा पीड़ित को हर दिन शाम के तीन बजे स्टाक का नाम बताकर उसे खरीदने के लिए कहती थी। अगले दिन सुबह साढ़े नौ बजे साढ़े नौ बजे शेयर को बिक्री करा दिया जाता था।
वहीं, शुरुआती कुछ दिनों में उसे 20-25 प्रतिशत का मुनाफा दिखाकर आरोपितों ने उसका भरोसा जीत लिया। मुनाफा के रुपये एप के वालेट में जमा होती थी, जो पूरी तरह आरोपितों के नियंत्रण में था। 20 मार्च 2025 को नेहा ने नरेंद्र से आइपीओ (इनिशियल पब्लिक आफरिंग) में निवेश करने के लिए कहा। इसके लिए 150 स्टाक आवंटित किए गए, जिसके लिए 9.20 रुपये जमा करने थे। इसमें से 79 हजार रुपये वालेट से काट लिए गए। बाकी के रुपये पीड़ित ने जमा किए।
नंबर किया ब्लाक तो उड़े होश
पीड़ित ने बताया कि रुपये जमा किए जाने के बाद आरोपितों ने उसे वाट्सएप ग्रुप हटा दिया। उसके नंबर ब्लाक कर दिए। एप से उसे हटा दिया गया। कई बार पीड़ित ने आरोपितों के नंबर पर काल की मगर, संपर्क नहीं हो सका। ठगी की जानकारी पर पीड़ित ने थाने में तहरीर थी। एसपी ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर थाना साइबर क्राइम पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। ठगी की रकम को फ्रीज करने की कोशिश की जा रही है। आरोपितों की जानकारी कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
साइबर ठगी से बचाव के सुझाव
अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें
वाट्सएप, टेलीग्राम या अन्य सोशल मीडिया पर आने वाले लुभावने प्रलोभन वाले लिंक पर क्लिक करने से बचें।
निजी जानकारी साझा न करें
कोई भी ओटीपी, बैंक खाता विवरण, या पासवर्ड किसी के साथ साझा न करें।
तुरंत शिकायत करें
अगर आपके साथ साइबर ठगी होती है, तो तुरंत 1930 पर काल करें या नजदीकी साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज करें।
एप की जांच करें
किसी भी एप को डाउनलोड करने से पहले उसकी प्रामाणिकता जांच लें।
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