UP News: जिले के इस गांव में हर तरफ मचा चोर का शोर, दिव्यांग को संदिग्ध समझकर पीटा और...
हापुड़ के सबली गांव में ग्रामीणों ने एक दिव्यांग व्यक्ति को चोर समझकर पीटा। पुलिस ने छह नामजद और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अफवाहों के चलते ग्रामीण पहरा दे रहे थे और उन्होंने मोहन नामक व्यक्ति को अकेला देखकर चोर समझ लिया। मोहन हरदोई का रहने वाला है और मानसिक रूप से कमजोर है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

जागरण संवाददाता, हापुड़। हापुड़ में कोतवाली क्षेत्र के गांव सबली में मंगलवार रात ग्रामीणों ने एक संदिग्ध दिव्यांग व्यक्ति को चोर समझकर उसके साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट की।
इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय में हलचल मचा दी, बल्कि कानून-व्यवस्था और सामाजिक जागरूकता पर भी सवाल खड़े कर दिए। मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छह नामजद व 20-25 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मंगलवार की रात सबली गांव के लोग ड्रोन और अन्य संदिग्ध गतिविधियों की अफवाहों के चलते ड्रीमलैंड कॉलोनी के पास पहरा दे रहे थे। इन अफवाहों ने ग्रामीणों में डर और संशय पैदा कर दिया था, जिसके कारण वह रात में सतर्कता बरत रहे थे।
इसी दौरान सबली बाइपास के पास ग्रामीणों ने एक व्यक्ति को अकेले घूमते देखा गया। ग्रामीणों ने उसे चोर समझ लिया और बिना किसी जांच-पड़ताल के उसके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। स्थिति तब और बिगड़ गई, जब कुछ लोगों ने उसे पीटना शुरू कर दिया।
सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाकर स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि पीड़ित व्यक्ति मोहन है, जो उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के कछौना थाना क्षेत्र का रहने वाला है। मोहन एक हाथ से दिव्यांग है और मानसिक रूप से भी कमजोर बताया गया है।
पूछताछ में उसने बताया कि वह दिल्ली से पैदल चलकर हापुड़ पहुंचा था, जिससे यह साफ हुआ कि वह किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं था।
घटना की गंभीरता को देखते हुए, एसएसवी चौकी प्रभारी नवनीत सिंह ने तहरीर देकर गांव सबली के विक्रम, पवन, रामपाल, रवि, पिंटू, और विनोद व 20-25 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छह नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपियों के परिजन और कुछ ग्रामीण कोतवाली पहुंचे और उन्हें छोड़ने की मांग की। हालांकि, पुलिस ने उन्हें समझाकर वापस भेज दिया।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मुनीष प्रताप सिंह ने बताया कि मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है और अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
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