टमाटर का तीन गुना...धनिया का छह गुना बढ़ा दाम, सब्जियों के बढ़ते प्राइस ने बिगाड़ा रसोई का बजट
गंगा की रेती में सब्जी की फसलें नष्ट होने से हापुड़ में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। टमाटर 20 से 60 रुपये और धनिया 30 से 200 रुपये प्रति किलो तक पहुँच गया है। गंगा में जलस्तर बढ़ने से फसलें डूबीं और एनसीआर में सप्लाई प्रभावित हुई। बारिश के कारण दामों में और वृद्धि की आशंका है जिससे आम आदमी का बजट बिगड़ रहा है।

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर। गंगा की रेती में बोआई की जाने वाली सब्जी की फसल नष्ट होने के बाद दो सप्ताह के अंदर सब्जी के दामों में भारी उछाल आ गया है।
दो सप्ताह पहले तक 20 रुपये किलो बिक रहा टमाटर अब 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है ताे वहीं धनिया 30 रुपये किलो से उछाल मारकर 200 रुपये को पार कर गया है। इसी तरह अन्य कई सब्जियों के दामों में कई गुना तक बढ़ोतरी हो गई है।
हापुड़ एवं अमरोहा के बीच से निकल रही गंगा की रेती में हजारों हेक्टेयर जमीन पर पालेज लगाई जाती है। इसमें तरबूज, खरबूज, खीरा, ककड़ी, टिंडा, टमाटर, लोकी, सीताफल आदि की फसल उगाई जाती है।
ज्येष्ठ मास के दशहरा के बाद अक्सर यह फसल नष्ट होनी शुरू हो जाती है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने के बाद जलमग्न होना एवं समय है। यहां उगाई सब्जी की एनसीआर में सप्लाई की जाती है।
इससे सब्जियों की अधिकता होने के कारण दाम आम आदमी की पकड़ में रहते हैं। सब्जी दुकानदार पंकज ने बताया कि वर्षा शुरू होने के बाद सब्जियों के दामों में और अधिक तेजी आने की संभावना बन रही है।
वर्षा शुरू होने के बाद बाहर से आने वाली सब्जी की चेन पर ब्रेक लग जाता है। ऐसे में आगामी दो सप्ताह में सब्जी में और उछाल देखने को मिल सकता है।
सब्जी के दाम महंगे होने के कारण अब यह आम जनता की थाली से दूर होने लगी है, जिससे गरीब एवं मध्यवर्गीय परिवार का बजट बिगड़ना शुरू हो गया है।
नोट: सब्जी के दो सप्ताह के दाम प्रति किलों फूटकर में
सब्जी - पूर्व - वर्तमान
- टमाटर - 20 - 60
- खीरा - 30 - 50
- लोकी - 20 - 40
- तोरई - 20 - 40
- गोभी - 40 - 80
- प्याज - 20 - 30
- अदरक - 60 - 100
- धनिया - 30 - 200
- शिमला - 60 - 100

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