हापुड़ में आठवीं की छात्रा राधिका एक दिन के लिए बनी थानेदार, फरियादियों की सुनी शिकायतें
हापुड़ के बाबूगढ़ थाने में मिशन शक्ति 5.0 के तहत ज्ञानदीप पब्लिक स्कूल की छात्रा राधिका को एक दिन के लिए थानेदार बनाया गया। उसने थाने की कुर्सी पर बैठकर फरियादियों की शिकायतें सुनीं और पुलिसकर्मियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। राधिका ने महिला अपराधों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए और मिशन शक्ति केंद्र की जानकारी प्राप्त की।

जागरण संवाददाता, हापुड़। 13-14 साल की स्कूली छात्रा थाने की कुर्सी पर बैठकर थानेदार की तहर फरियादियों की शिकायतें सुन रही हो और पुलिसकर्मियों को निर्देश दे रही हो। यह कोई कहानी का सीन नहीं, बल्कि थाना बाबूगढ़ थाने में मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत ज्ञानदीप पब्लिक स्कूल की कक्षा आठवीं की छात्रा राधिका को एक दिन के लिए थानेदार बनाया गया।
यह अनुभव न केवल छात्रा के लिए जीवनभर की याद बन गया, बल्कि यह महिलाओं और बालिकाओं की सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।
मंगलवार को बाबूगढ़ थाने में सुबह से ही हलचल थी। राधिका, जो आमतौर पर स्कूल यूनिफार्म में किताबें पढ़ती है, आज वह पुलिस की भूमिका में नजर आई। थाना प्रभारी की कुर्सी पर बैठते ही उसने फरियादियों की समस्याओं को ध्यान से सुना। कुछ शिकायतें घरेलू विवाद की थीं, तो कुछ पड़ोसियों के झगड़ों की।
राधिका ने प्राथमिकता के आधार पर इन मुद्दों को वर्गीकृत किया और संबंधित पुलिसकर्मियों को त्वरित समाधान के निर्देश दिए। राधिका ने बताया कि मैंने सोचा था पुलिस का काम सिर्फ चोर पकड़ना है, लेकिन आज पता चला कि वह लोगों की मदद कैसे करते हैं।
इस दौरान पुलिसकर्मियों ने राधिका को मिशन शक्ति अभियान की विभिन्न कार्रवाइयों से अवगत कराया। उन्होंने महिला संबंधी अपराधों पर त्वरित कार्रवाई के महत्व पर जोर दिया। राधिका ने खुद महिला अपराधों पर सख्त निर्देश दिए, जैसे महिलाओं की शिकायतों को प्राथमिकता दें और जल्दी न्याय दिलाएं।
इसके अलावा, थाने के रजिस्टरों की जांच की गई, जहां मिशन शक्ति केंद्र के बारे में विस्तार से बताया गया। केंद्र में रखे रजिस्टर, हेल्पलाइन नंबर जैसे 1090, 181, 112 और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं की जानकारी ने राधिका को प्रभावित किया। थाने का माहौल इतना उत्साहपूर्ण था कि पुलिसकर्मी भी इस मिनी इंस्पेक्टर की ऊर्जा से प्रेरित नजर आए।
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