DM दिन निकलते ही पहुंचे गांव, एक गिलास पानी पीया और फिर... खत्म हो गई विधवा की बड़ी टेंशन
हापुड़ में एक विधवा महिला की समस्या का समाधान डीएम ने व्हाट्सऐप मैसेज के माध्यम से किया। महिला जिसकी छत गिर गई थी और राशन कार्ड व पेंशन भी नहीं थी मदद के लिए भटक रही थी। डीएम ने तुरंत उसके घर जाकर स्थिति का जायजा लिया अधिकारियों को मौके पर बुलाया और तत्काल उसकी समस्याओं का समाधान करने का आदेश दिया।
जागरण संवाददाता, हापुड़। यूपी के हापुड़ जिले में जिस निर्धन विधवा की एक साल से कोई सुनवाई नहीं कर रहा था, वह तहसील से लेकर विकास भवन तक के चक्कर लगा रही थी। उसकी समस्याओं का समाधान व्हाट्सऐप के एक मैसेज से हो गया।
बताया गया कि मैसेज देखकर डीएम गांव में विधवा महिला के घर पर जा पहुंचे। उसके घर की बदहाली और गिरी हुई छत देखी। महिला के पास न तो राशन कार्ड था और न ही पेंशन आ रही थी। डीएम ने मौके पर ही उसकी समस्याओं का समाधान किया। महिला से मंगवाकर पानी पिया और अपनत्व का बोघ कराया। इससे महिला के आंखों से खुशी के आंसू बजह निकले।
जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय के सीयूजी नंबर पर मंगलवार सुबह को एक व्हाट्सऐप मैसेज मिला। खुद को सामाजिक कार्यकर्ता बताते हुए एक व्यक्ति ने लिखा था कि अच्छेजा गांव में रामकला सिंह की कई साल पहले मौत हो गई थी। उनकी पत्नी समौती देवी परेशान है। उनके मकान की छत एक साल से जर्जर थी, वह सोमवार को हुई वर्षा में गिर गई। उनके पास खाने का भी साधन नहीं है। कई बार आवेदन करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। छत गिर जाने से वह रातभर खुले में रही हैं।
बस फिर क्या था, सुबह को आठ बजे डीएम अच्छेजा गांव में विधवा समौती के घर जा पहुंचे। उसकी बदहाली और घर की गिरी छत देखकर उन्होंने ग्राम सचिव और समाज कल्याण अधिकारी को मौके पर बुला लिया। महिला के मकान की छत का एस्टीमेट तैयार कराकर लाने को कहा। छत के लिए उनको डीएम के रायफल फंड से धनराशि दी जाएगी। वहीं राशन कार्ड और विधवा पेंशन एक सप्ताह में कराकर महिला को देने काे कहा।
इसके साथ ही तत्काल महिला के परिवार की जरूरतों को पूरा कराने की जिम्मेदारी सेक्रेटरी को सौंपी। उन्होंने महिला को अपना मोबाइल नंबर देने के साथ ही बीडीओ को शासन कर प्रदत्त योजनाओं का लाभ प्राथमिकता से देने का आश्वासन दिया।
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