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    बंदरों ने अटका दी भाजपा नेता की सांसें, दौड़कर जान तो बचाई पर... रोंगटे खड़े कर देगा VIDEO

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 03:44 PM (IST)

    हापुड़ शहर में बंदरों और कुत्तों के आतंक से लोग परेशान हैं। हाल ही में भाजपा नेता प्रवीण सेठी पर बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया जिससे वह घायल हो गए। इससे पहले भी कई लोगों पर बंदरों ने हमले किए हैं। नगर पालिका इस समस्या का समाधान करने में विफल रही है। लोगों ने बंदरों को पकड़कर जंगल में छोड़ने और कचरे का प्रबंधन करने की मांग की।

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    भाजपा नेता को बंदरों के झुंड ने दौड़ाया। जागरण

    जागरण संवाददाता, हापुड़। हापुड़ शहर में आवारा बंदरों और कुत्तों का आतंक अब जानलेवा साबित हो रहा है। बुधवार देर शाम भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रवीण सेठी पर कोतवाली क्षेत्र के लक्ष्मण गली कोठी गेट में बंदरों के झुंड ने हमला किया।

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    वहीं, घबराहट में उन्होंने स्कूटी छोड़कर दौड़ लगाई, लेकिन भागते समय गिरने से वह घायल हो गए। यदि वह समय रहते सुरक्षित स्थान पर न पहुंचते, तो अनहोनी भी हो सकती थी। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज अब सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। जिसे देखकर शहरवासियों के रोंगटे खड़े हो रहे हैं।

    कोतवाली क्षेत्र के लक्ष्मण गली कोठी गेट प्रवीण सेठी ने बताया कि वह भाजपा नेता व और पंजाबी समाज के राष्ट्रीय संयोजक के साथ उत्तर रेलवे दिल्ली मंडल के सदस्य भी हैं। बुधवार शाम वह बाजार से सामान लेकर घर लौट रहे थे। मोहल्ले में बंदरों के झुंड ने उन पर हमला किया। अचानक दर्जनों बंदर उन पर टूट पड़े। जान बचाने को वह स्कूटी छोड़कर पैदल भागे। काफी दूर तक बंदरों ने भी उनका पीछा किया। इस दौरान वह सड़क पर गिरकर घायल हो गए।

    वहीं, घायलावस्था में किसी तरह सुरक्षित स्थान पर पहुंचे और स्वजन को सूचना दी। जिसके बाद स्वजन मौके पर पहुंचे और उन्हें अस्पताल ले गए। भाजपा नेता ने मांग की कि आवारा बंदरों और कुत्तों को तत्काल पकड़ा जाए, अन्यथा वह नगर पालिका कार्यालय के बाहर धरना देंगे।

    खतरे में शहरवासियों का जीवन

    भाजपा नेता ने बताया कि शहर के रघुबीर गंज, पक्काबाग, इंद्रलोक, गांधी गंज, नारायण गंज, शिवपुरी और रेलवे स्टेशन जैसे इलाकों में बंदरों के झुंड दिन-रात आतंक मचाते हैं। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग इनके सबसे आसान शिकार बन रहे हैं। दूसरी ओर, आवारा कुत्तों की तादाद भी अनियंत्रित रूप से बढ़ रही है, जो सड़कों पर राहगीरों और बाइक सवारों के लिए खतरा बन चुके हैं।

    हाल में हुई प्रमुख घटनाएं

    • सितंबर 2025: विवेक विहार कालोनी में एक मां और उसके दो बच्चों पर स्कूटी पर सवार होते समय बंदरों ने हमला किया। स्कूटी अनियंत्रित होकर गिर गई, जिससे बच्चे घायल हो गए। मां ने किसी तरह पास के घर में शरण लेकर जान बचाई।
    • अगस्त 2025 : ट्यूशन जा रही तीन छात्राओं पर नारायण गंज में बंदरों ने घेराबंदी कर हमला किया। स्थानीय व्यापारी ने डंडे से बंदरों को भगाया, लेकिन तब तक छात्राएं घायल हो चुकी थीं।
    • जुलाई 2025 : पटेल नगर में व्यापारी विभोर अग्रवाल के बेटे अधिराज पर घर के गेट पर बंदरों ने हमला बोला।
    • मार्च 2025 : देवलोक कालोनी में एक पूर्व सभासद की बुजुर्ग सास पर बंदरों का झुंड टूट पड़ा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हुईं।

    नहीं किया भुगतान, खोखले दावे 

    नगर पालिका इस समस्या के समाधान में पूरी तरह विफल साबित हुई है। शहर में खुले में बिखरा कचरा बंदरों को आकर्षित करता है। डंपिंग साइट पर कोई नियंत्रण नहीं है, जिससे बंदर और कुत्ते आसानी से भोजन पा लेते हैं। बंदरों को पकड़कर जंगल में छोड़ने के लिए वन विभाग की मदद जरूरी है, लेकिन नगर पालिका ने इस दिशा में कोई पहल नहीं की। लोगों की शिकायतों पर कार्रवाई के बजाय केवल आश्वासन दिए जा रहे हैं। पिछली बार निकाले गए टेंडर के बाद बंदरों को पकड़वाने का भुगतान आज तक नहीं किया गया। जिसके चलते बंदरों नहीं पकड़वाया जा रहा है।

    यह है समाधान

    • बंदरों को पकड़कर जंगल में छोड़ने को प्रशिक्षित एजेंसियों को नियुक्त किया जाए
    • डंपिंग साइट को बंद करना और कचरे को ढककर रखना चाहिए
    • बंदरों को शहर से दूर फल और भोजन उपलब्ध कराकर आकर्षित करना चाहिए
    • आवारा कुत्तों की जनसंख्या नियंत्रित करने के लिए तेजी से नसबंदी अभियान चलाना चाहिए

    बंदरों को पकड़वाने के लिए जल्द अभियान शुरू किया जाएगा। किसी भी हाल में शहरवासियों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी।  - संजय कुमार मिश्रा, ईओ, हापुड़ नगर पालिका