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    Hapur News: दस दिन बाद फिर उफान पर गंगा, जलस्तर बढ़ने से ग्रामीणों में दहशत

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 04:54 PM (IST)

    पहाड़ों पर बारिश के चलते गंगा नदी में फिर से उफान आ गया है जिससे किनारे के गांवों में दहशत है। जलस्तर में 25 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। पहले एक महीने की बाढ़ से फसलों को भारी नुकसान हुआ था और अब फिर से जलस्तर बढ़ने से लोगों की चिंता बढ़ गई है। प्रशासन स्थिति पर नजर रख रहा है।

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    पहाड़ों पर बारिश के चलते गंगा नदी में फिर से उफान आ गया है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, गढ़मुक्तेश्वर। पहाड़ों पर हो रही बारिश और बादल फटने की घटनाओं के चलते गंगा नदी एक बार फिर उफान पर आ गई है। पिछले 24 घंटों में गंगा का जलस्तर 25 सेंटीमीटर बढ़ गया है। बिजनौर बैराज से 1,38,241 क्यूसेक और हरिद्वार बैराज से 1,34,782 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे गंगा का जलस्तर और बढ़ने की आशंका है। इससे गंगा किनारे रहने वाले लोगों में एक बार फिर दहशत फैल गई है।

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    गढ़मुक्तेश्वर में गंगा की तलहटी में बसे एक दर्जन से अधिक गांवों में 40,000 से अधिक लोग रहते हैं। इन गांवों में रहने वाले लोग हर साल बाढ़ की मार झेलते हैं। हालांकि, इस साल गंगा में आए उफान ने कई लोगों का जीवन झकझोर कर रख दिया है। एक महीने से अधिक समय तक चली बाढ़ के कारण करीब दो हजार एकड़ फसलें गंगा में बह गईं, जबकि सैकड़ों हेक्टेयर भूमि पर खड़ी फसलें जलभराव के कारण नष्ट हो गईं।

    इससे लोगों के सामने जीवन यापन का संकट पैदा हो गया है। करीब एक महीने तक बाढ़ के पानी में रहने के बाद, दस दिन पहले गंगा नदी का जलस्तर तेजी से गिरा, जिससे राहत मिली। गांवों और सड़कों से पानी कम हो गया था, जो जंगल के तल तक सीमित हो गया था। जनजीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा था।

    इस बीच, उत्तराखंड में अचानक बादल फटने और भारी बारिश के कारण गंगा नदी एक बार फिर उफान पर आ गई है। मंगलवार को जलस्तर 198.33 सेमी था। पिछले 24 घंटों में 25 सेमी की वृद्धि के बाद, बुधवार को जलस्तर 198.58 सेमी तक पहुंच गया। इससे गंगा की तलहटी में रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है।

    गंगा बेसिन में रहने वाले निरंजन सिंह, प्रीतम सिंह, केशव मंडल, सरजीत सिंह आदि ने बताया कि हर साल बाढ़ का पानी दो-तीन दिन तक रहता है। उसके बाद जलस्तर लगातार कम होता जाता है। लेकिन इस बार जलस्तर एक महीने तक रेड अलर्ट स्तर से ऊपर रहा। करीब 12 साल बाद आई यह बाढ़ खतरे के निशान 199.33 को पार कर 199.57 सेंटीमीटर तक पहुँच गई।

    गंगा की स्थिति सेंटीमीटर में

    श्रेणी सेंटीमीटर में स्थिति
    येलो अलर्ट 198.75
    रेड अलर्ट 199.00
    खतरे का निशान 199.33
    मंगलवार 198.33
    बुधवार 198.58

    पिछले 24 घंटों में गंगा का जलस्तर बढ़ा है। प्रशासन लगातार जलस्तर पर नज़र रख रहा है। लोगों से संपर्क किया जा रहा है और उन्हें सावधानी बरतने के प्रति जागरूक किया जा रहा है। - श्रीराम यादव, एसडीएम