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    Hapur News: टेंडरों में गड़बड़ी के मामले में ईओ का तबादला, कई और पर लटकी तलवार

    नगर पालिका के टेंडरों में गड़बड़ी के मामले में शासन ने कार्रवाई की है। ईओ सौरभ नाथ का तबादला अयोध्या नगर निगम में सहायक नगर आयुक्त के पद पर कर दिया गया है। हालांकि अभी इन मामलों में जांच पूरी नहीं हुई है लेकिन प्रथमदृश्यता की जांच के बाद उनका स्थानांतरण कर दिया गया है। मामले में अभी कई और अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।

    By Shubham Goel Edited By: Geetarjun Updated: Sat, 03 Feb 2024 11:42 PM (IST)
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    टेंडरों में गड़बड़ी के मामले में ईओ का तबादला, कई और पर लटकी तलवार

    शुभम गोयल, हापुड़। नगर पालिका के टेंडरों में गड़बड़ी के मामले में शासन ने कार्रवाई की है। ईओ सौरभ नाथ का तबादला अयोध्या नगर निगम में सहायक नगर आयुक्त के पद पर कर दिया गया है। हालांकि, अभी इन मामलों में जांच पूरी नहीं हुई है लेकिन, प्रथमदृश्यता की जांच के बाद उनका स्थानांतरण कर दिया गया है।

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    मामले में अभी कई और अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। इन प्रकरणों के कारण पिछले कई दिनों से नगर पालिका में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। इससे शहर के विकास और अन्य कार्यों पर भी फर्क पड़ रहा है। टेंडरों में घपलों को लेकर दैनिक जागरण लगातार खबरें प्रकाशित कर रहा है।

    पिछले कई दिनों से नगर पालिका के अधिकारी विवादों में घिरे हुए हैं। पहले आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों और इसके बाद नलकूप संचालन के टेंडर को लेकर कई गंभीर आरोप लगे। मामले में शिकायत के बाद दोनों टेंडरों की जांच एडीएम संदीप कुमार ने शुरू की थी। विभागीय सूत्रों की मानें तो जलकल विभाग के नलकूप संचालन का टेंडर जिस प्रकार दिया गया, उसमें बिना क्वालीफाई फर्म को भी पास कर दिया गया।

    मानकों को ताक पर रखा गया। इस प्रकरण में एक एजेंसी के संचालक ने शिकायत की थी। मामले में सामने आया कि टेंडर प्रक्रिया में कई प्रकार के घपले हुए थे। ईओ और जलकल विभाग के अवर अभियंता पर अपने चहेते को टेंडर दिलाने के आरोप लगे थे। मामले में विधायक विजयपाल आढ़ती ने भी शासन में शिकायत की थी।

    इधर, आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों के टेंडर में शिकायतों के बाद भी टेंडर प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने पर ईओ की कार्यशैली पर सवाल खड़े हुए थे। मामले में स्वयं एडीएम ने ईओ को पत्र लिखकर जांच पूरी होने तक टेंडर प्रक्रिया को स्थगित रखने के निर्देश दिए थे।

    मंडलायुक्त ने तीन दिन में कमेटी से मांगी रिपोर्ट

    शासन के संज्ञान लेने और विधायक के भी शिकायत के बाद मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. ने तीन अधिकारियों की कमेटी बनाई है। अपर मंडलायुक्त, एडीएम हापुड़ और कोषाधिकारी को जांच कमेटी में शामिल किया गया है। जो दोनों टेंडरों के मामले में तीन दिन में जांच पूरी कर रिपोर्ट देंगे। इन टेंडरों की प्रकिया में घपले को लेकर अधिकारी निलंबित भी हो सकते हैं।

    छुट्टी पर गए कई अधिकारी

    नगर पालिका में इन दिनों अफरा-तफरी का माहौल है। पहले मुख्य सफाई एवं खाद्य निरीक्षक आवेश कुमार, इसके बाद ईओ सौरभ नाथ और अब जलकल विभाग के अवर अभियंता केपी सिंह के भी छुट्टी पर जाने की चर्चा है। हालांकि, केपी का कहना है कि वह अवकाश पर नहीं हैं।

    फाइल लेकर गायब हो गए थे जेई

    एक फरवरी को जब नलकूप संचालन के टेंडर की फाइल एडीएम ने मंगाई थी तो जेई फाइल लेकर पहुंचे थे, लेकिन चर्चा है कि रात्रि में फाइल को गुपचुप तरीके से वापस लेकर चले गए थे। यहां तक कि अपना फोन नंबर तक बंद कर लिया था।

    टेंडर को लेकर हुई शिकायत

    नलकूप संचालन के टेंडर में शिकायतकर्ता चौधरी सिक्योरिटी सर्विस एंड प्लेसमेंट के संचालक धूम सिंह चौधरी ने शिकायत की थी। उनका आरोप था कि एक निविदा ई टेंडर के माध्यम से 20 दिसंबर 2023 को प्रकाशित की गई। निविदा खुलने की तारीख 25 दिसंबर 2023 में बदलकर प्रकाशन की तारीख नौ जनवरी 2024 कर दी गई तथा टेंडर खुलने की तारीख 15 जनवरी 2024 कर दी गई। इसी समय के बीच में चहेते को टेंडर देने के उद्देश्य से निविदा की शर्तों में फेरबदल कर दिया गया। जिसकी सूचना नहीं दी गई। निविदा खुलने की जो तारीख 15 जनवरी 2024 थी।

    उस तारीख पर निविदा नहीं खोली गई। दूसरी तारीख निविदा खोल दी गई। इस टेंडर में कुल छह निविदा प्राप्त हुईं। इसमें चार निविदा को तकनीकी में निरस्त कर दिया गया और दो निविदा को तकनीकी में पास कर दिया गया। जबकि, किसी भी टेंडर के लिए तीन निविदा का तकनीकी में पास होना जरूरी होता है। इसके अलावा जो दो बिड तकनीकी में पास की गई, वह भी फेल हैं। दोनों ही निविदा में दी गई शर्तों को पूरा नहीं करती हैं। इस टेंडर से पालिका को वित्तीय हानि भी पहुंचाई गई है।