मारपीट, बंद कमरे में यातना और नाजायज हरकत... विवाहिता के गर्भस्थ शिशु की मौत, हरकत में पुलिस
पिलखुवा में एक महिला ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ना, मारपीट और बेहोशी की हालत में गलत काम करने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उनसे 12 लाख रुपये और कार की मांग की गई थी। विरोध करने पर उन्हें भूखा रखा गया और पीटा गया। अर्ध-बेहोशी में गलत काम करने का विरोध करने पर गर्भस्थ शिशु की मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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दहेज को लेकर विवाहिता के साथ बर्बरता के कारण गर्भस्थ शिशु की मौत।
संवाद सहयोगी, पिलखुवा। कोतवाली क्षेत्र के अशोक नगर लुहारान की विवाहिता ने ससुराल पक्ष पर दहेज को लेकर लगातार प्रताड़ना, मारपीट, मानसिक उत्पीड़न और अर्ध बेहोशी की हालत में नाजायज हरकत करने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। पीड़िता इस समय जीएस अस्पताल में उपचार करा रही है।
दर्ज रिपोर्ट में विवाहिता रीवा ने कहा कि दिल्ली में किराये के कमरे में उससे बारह लाख रुपये और स्विफ्ट कार की मांग की जाती थी। विरोध करने पर उसे कमरे में बंद कर दिया जाता, भोजन तक नहीं दिया जाता और लगातार पीटा जाता था। उसने बताया कि डिप्रेशन में देखकर उसे नींद की गोलियां तक दी जाती थीं।
अर्ध बेहोशी के दौरान हुई नाजायज हरकत का विरोध करने पर उसे फिर बेरहमी से मारा गया, जिससे गर्भस्थ शिशु की मौत हो गयी। स्थिति बिगड़ने पर ससुराल पक्ष उसे सफदरजंग अस्पताल ले गया, लेकिन वहीं छोड़कर गायब हो गया। होश में आने पर पीड़िता ने मायके फोन किया। पिता और भाई पहुंचे और डॉक्टरों ने ऑपरेशन किया, जिसमें गर्भस्थ शिशु मृत मिला। मायके आने के बाद पीड़िता ने पूरी घटना परिवार को बताई।
स्वजन द्वारा बात करने पर ससुराल पक्ष ने दोबारा बारह लाख रुपये और कार की मांग रखी और उसे साथ ले जाने से साफ इनकार कर दिया। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक श्योपाल सिंह ने बताया कि रिपोर्ट एवं बयान के आधार पर जांच गंभीरता से की जा रही है। दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

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