कार-10 लाख न लाई तो कपड़े फाड़े, दुष्कर्म की कोशिश; डिलीवरी के 3 दिन बाद ससुराल वालों ने उतारा मौत के घाट
हापुड़ में एक विवाहिता ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने और हत्या का प्रयास करने का आरोप लगाया है। पीड़िता के अनुसार, उनसे कार और दस लाख र ...और पढ़ें

विवाहिता ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने और हत्या का प्रयास करने का आरोप लगाया है। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, हापुड़। शहरकोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ले की विवाहिता को उसके ससुराल वालों ने दहेज में कार और दस लाख रुपये की मांग करते हुए प्रताड़ित किया। मांग पूरी न होने पर उन्होंने उसकी हत्या का प्रयास किया। उसके कपड़े भी फाड़ दिए और दुष्कर्म किया। थाना पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो पीड़िता ने एसपी से शिकायत की। एसपी के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शहरकोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ले की विवाहिता ने पुलिस में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि तीन मई 2023 को उसकी शादी गाजियाबाद के नंदग्राम थाना क्षेत्र के सेवानगर गली नंबर 4 निवासी मंजीत के साथ हुई थी। शादी के सात दिन बाद 10 मई 2023 की रात को उसके पति मंजीत, सास मिथलेश, देवर अजीत, देवर दिनेश और रोबिन दहेज में दस लाख रुपये और कार की मांग करने लगे। जब उसने मना किया, तो उन्होंने पीड़िता को लात-घूंसों से पीटा और धमकी दी कि अगर उसने उनकी मांगें पूरी नहीं कीं, तो वे उसे जान से मार देंगे।
दो महीने बाद, आरोपियों ने उसे बेरहमी से पीटा। इस वजह से उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। 28 फरवरी, 2025 को पीड़िता ने एक बेटे को जन्म दिया। ठीक तीन दिन बाद, उसके पति मंजीत और सास मिथलेश ने उसके साथ मारपीट की।
इससे डिलीवरी के दौरान लगाए गए टांके निकल गए, जिससे पीड़िता को बहुत ज़्यादा दर्द हो रहा था। पीड़िता ने अपने परिवार को घटना के बारे में बताया। उसके परिवार वाले उसके ससुराल गए और आरोपियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी बात पर अड़े रहे। 23 नवंबर, 2025 की रात को आरोपियों ने उस पर हमला किया और जान से मारने की धमकी दी।
30 नवंबर, 2025 की रात को उसके देवर दिनेश के बेटे सनी ने पीड़िता का हाथ पकड़ा और गंदे इशारे किए। जब उसने शोर मचाया, तो पूरा परिवार मौके पर आ गया। सनी के खिलाफ एक्शन लेने के बजाय, आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की, उसका मुंह बंद कर दिया और उसके कपड़े फाड़ दिए। फिर उन्होंने उसे जान से मारने की कोशिश की।
पीड़िता बड़ी मुश्किल से बच पाई। उसकी चोटें दो दिन तक हॉस्पिटल के ICU में रहीं। 2 दिसंबर, 2025 को पीड़िता और उसके बेटे को उसके रिश्तेदार उसके मायके ले गए। सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (SP) ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि मामले में आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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