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    कंपनी में मानसिक उत्पीड़न से तंग आकर क्रेडिट मैनेजर की आत्महत्या, वीडियो में सुनाई आपबीती

    Updated: Wed, 22 Oct 2025 04:49 PM (IST)

    एक क्रेडिट मैनेजर ने कंपनी में मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले उन्होंने एक वीडियो में अपनी पीड़ा बताई, जिसमें कंपनी के अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, जबकि कंपनी ने आरोपों का खंडन किया है।

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    मृतक शशांक भारद्वाज।

    जागरण संवाददाता, हापुड़। कार्यस्थल पर मानसिक उत्पीड़न की चरम सीमा पार करते हुए एक फाइनेंस कंपनी के क्रेडिट मैनेजर ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने एंबुलेंस में स्वजन के समक्ष अपना दर्द बयां किया। जिसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है।

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    वीडियो में मृतक ने कंपनी के ब्रांच मैनेजर समेत तीन कर्मचारियों के उत्पीड़न से परेशान होकर जान देने की बात कही है। घटना के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल मामले में तहरीर नहीं दी गई है।

    कोतवाली प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि दिल्ली रोड स्थित प्रीत विहार का 28 वर्षीय शशांक भारद्वाज दिल्ली रोड स्थित एक प्रमुख फाइनेंस कंपनी में क्रेडिट मैनेजर के पद पर कार्यरत था। मंगलवार रात को घर पर ही उसने सल्फास (एक जहरीला कीटनाशक) खा लिया।

    स्वजन को हालात की भनक लगी तो अफरा तफरी मच गई। स्वजन ने तुरंत उसे स्थानीय अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए दिल्ली के एक बड़े अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
    दिल्ली जाते समय एंबुलेंस में शशांक की हालत इतनी नाजुक थी कि स्वजन ने उसका एक वीडियो बना लिया।

    करीब दो मिनट के वीडियो में शशांक ने दर्द भरी आवाज में अपनी आपबीती सुनाई। उसने बताया कि कंपनी के ब्रांच मैनेजर समेत तीन कर्मचारियों ने मुझे मानसिक रूप से इतना तंग किया कि जीना मुश्किल हो गया। मेरी शिकायतों पर उल्टा परेशान किया जाता था। उत्पीड़न से तंग आकर ही मैंने यह कदम उठाया।

     

    वीडियो में शशांक की कमजोर आवाज और आंसुओं से भरी आंखें साफ दिख रही हैं। बुधवार सुबह दिल्ली के अस्पताल में पहुंचने के बाद शशांक ने अंतिम सांस ली। चिकित्सकों के मुताबिक, जहर के सेवन के बाद शरीर में फैल चुका था, जिससे बचाव संभव नहीं हो सका। शशांक के निधन की खबर मिलते ही स्वजन में कोहराम मच गया।

    उनकी मां सुलेखा देवी फूट-फूटकर रो पड़ीं, जबकि पिता मुनीष भारद्वाज और छोटे भाई हिमांशु स्तब्ध रह गए। हिमांशु ने बताया कि भाई हमेशा तनाव में रहते थे। कंपनी में दबाव इतना था कि रातों को नींद नहीं आती थी। हमने कई बार समझाया, लेकिन वे कुछ नहीं बताते थे।

    आरोपों का सिलसिला

    शशांक के वीडियो के अनुसार, ब्रांच मैनेजर ने उन्हें टारगेट सेट करने और रिपोर्टिंग में बार-बार दबाव डाला। साथ ही, दो अन्य सहकर्मियों ने शिकायत करने पर बदला लेने की धमकी दी। कंपनी प्रबंधन की ओर से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो को देखकर लोग कार्यस्थल उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।

    पुलिस की कार्रवाई

    कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र बिष्ट ने बताया कि हमें वीडियो और घटना की जानकारी मिल चुकी है। स्वजन द्वारा तहरीर दिए जाने का इंतजार है। उसके बाद आत्महत्या के लिए उकसाना समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। जांच में सभी पहलुओं की पड़ताल होगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। पुलिस ने कंपनी के रिकार्ड और सहकर्मियों के बयान दर्ज करने शुरू कर दिए हैं।