बच्चों का कोई चिकित्सक उपलब्ध नहीं है..; स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत बयां करता हमीरपुर अस्पताल में चस्पा नोटिस
हमीरपुर जिला अस्पताल में डाक्टरों के न होने संबंधी नोटिस चस्पा होने के बाद स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत सबके सामने आ गई है। खास बात यह है कि समस्या को लेकर राज्यसभा सदस्य और विधायक भी सीएम तक बात पहुंचा चुके हैं।
हमीरपुर, जागरण संवाददाता। डाक्टरों की कमी को लेकर बार-बार मरीज परेशान न हों, इसके लिए जिला अस्पताल में जगह-जगह डाक्टरों के न होने संबंधी पंफलेट चस्पा कर दिए गए हैं। लोगों ने इन की फोटो खींचकर फेसबुक में पोस्ट करते हुए जिला अस्पताल में डाक्टरों की कमी को पूरा करने की भी मांग उठानी शुरू कर दी है।
जिला अस्पताल की हालत पीएचसी व सीएचसी से भी बदतर है। यहां पर डाक्टरों के न होने के कारण हर मरीज को कानपुर रेफर कर दिया जाता है। हालात यह हैं कि 25 के सापेक्ष सिर्फ 10 डाक्टर ही तैनात हैं। जिसमें से दो अवकाश पर कई दिनों से चल रहे हैं। डाक्टरों की कमी के कारण हर मामूली मरीज को कानपुर रेफर कर दिया जाता है। इस संबंध में सीएमएस डा. केके गुप्ता ने बताया कि डाक्टरों की कमी को लेकर समय समय पर पत्राचार किया जा रहा है। तैनाती होते ही समस्या दूर हो जाएगी।
राज्यसभा सदस्य से विधायक तक सीएम को बता चुके हैं समस्या
जिला अस्पताल में डाक्टरों की कमी संबंधी समस्या राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद समेत सदर क्षेत्र से विधायक डा. मनोज प्रजापति व अन्य जनप्रतिनिधि भी मुख्यमंत्री को बता चुके हैं लेकिन अभी इसका कोई हल नहीं निकला। हाल ही में आए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भी इस समस्या से कराया गया था लेकिन वह भी आश्वासन दे गए।
जिला अस्पताल में इन डाक्टरों की है कमी
सीएमएस डा. केके गुप्ता ने बताया कि उनके यहां आर्थोपेडिक सर्जन, डेंटल सर्जन, बाल रोग विशेषज्ञ, चर्मरोग विशेषज्ञ, चेस्ट फिजिशियन, सर्जन, रेडियोलाजिस्ट और पैथालाजिस्ट नहीं हैं। जिसके लिए शासन को कई बार लिखा जा चुका है। अभी तक डाक्टर उपलब्ध नहीं हुए हैं।