सदर अस्पताल में समुचित उपचार न मिलने से कुलदीप ने तोड़ा दम
सदर अस्पताल में समुचित उपचार न मिलने से कुलदीप ने तोड़ा दम

सदर अस्पताल में समुचित उपचार न मिलने से कुलदीप ने तोड़ा दम
संवाद सूत्र, इंगोहटा (हमीरपुर) : बुधवार शाम हाईवे पर हुए दर्दनाक हादसे में मौत के गाल में समाए नौवें व्यक्ति के परिजनों ने सदर अस्पताल में समुचित उपचार न करने का आरोप लगाया है। परिजनों को कहना कि गरीबी के चलते वह कानपुर नहीं ले जा सके। बांदा एक रिश्तेदार के पास ले गए थे, लेकिन वह भी जान बचाने में सफल नहीं हुए। इंगोहटा गांव निवासी मृतकों की संख्या चार पहुंच गई है।
बुधवार शाम नेशनल हाईवे में हुए भीषण सड़क हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई थी। नौ लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। घायलों में इंगोहटा निवासी 25 वर्षीय कुलदीप वर्मा भी शामिल था। मृतक के बड़े भाई बरदानी ने बताया कि सदर अस्पताल में उपचार के दौरान घोर लापरवाही बरती गई। अगर समुचित उपचार किया जाता तो शायद जान बचाई जान जा सकती थी, लेकिन सदर अस्पताल के चिकित्सक के उपचार की बजाय उसे कानपुर ले जाने का दबाव बनाते रहे। गरीबी के कारण वह उसे कानपुर नहीं ले जा सके। गुरुवार को एक रिश्तेदार ने मदद का भरोसा देकर बांदा बुलाया। जब वह बांदा लेकर पहुंचे तो कुलदीप ने दम तोड़ दिया। भाई ने बताया कि कुलदीप आटो चालक राजेश के कहने पर उसके साथ में मौदहा गया था। वापस आते समय हादसे में राजेश की जान उसी दिन चली गई थी। जबकि राजेश के पड़ोसी कुलदीप ने गुरुवार को देर शाम दम तोड़ा दिया। घटना में इंगोहटा निवासी मृतकों की संख्या चार हो गई है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शाम को बांदा से शव गांव लाया गया। शव के गांव आते ही चारों तरफ चीख-पुकार मच गई।
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