Hamirpur News : पत्नी से झगड़े के बाद यमुना में कूदा पति, फिर जान बचाने के लिए 20 KM तक तैरा
हमीरपुर में पत्नी से विवाद के बाद यमुना नदी में कूदा युवक 16 घंटे बाद सुरक्षित घर लौटा। उसने बताया कि बाढ़ के पानी में उसे हर पल मौत का डर था। अंधेरा होने पर मंजर और भयावह हो गया था। लगभग 20 किलोमीटर तैरकर उसने सुमेरपुर के पत्योरा गांव के पास रेलवे ब्रिज के नजदीक से बाहर निकला।
जागरण संवाददाता, हमीरपुर । पत्नी से विवाद के बाद यमुना नदी में कूदने वाला युवक 16 घंटे बाद सकुशल अपने घर वापस पहुंच गया, लेकिन इस बीच उसने जो मंजर देखा वह बहुत ही भयावह था। अपनी जान बचाकर घर लौटे युवक ने बताया कि बाढ़ के पानी के बीच जब वह नदी में बह रहा था तो हर पल उसे मौत का खौफ सता रहा था। उसके चारो तरफ उफनती यमुना विकराल लग रही थी।
जैसे- जैसे सूरल ढल रहा था, वैसे- वैसे अंधकार सा नजर आ रहा था। पानी की आवाज सुनकर डर लग रहा था और नदी का बहाव अपनी तरफ खींच रहा था, पानी को काटने में सांस फूल रही थी। जैसे तैसे तैरकर रात दो बजे सुमेरपुर के पत्योरा गांव के पास बने रेलवे ब्रिज के पास बहार निकल पाए।
इस दौरान करीब 20 किलोमीटर यमुना में तैरना पड़ा। उसके बाद पत्योरा से रात 2.30 बजे नदी के किनारे खेतों के रास्ते पैदल अपने घर के लिए निकले और सुबह करीब 10 बजे घर पहुंचे। सकुशल घर पहुंचे युवक को देख स्वजन के चेहरों पर खुशी लौट आई। वहीं युवक के सकुशल लौटने पर कोतवाली पुलिस ने उससे पूछताछ की।
झगड़े के बाद लगाई यमुना नदी में छलांग
सदर कोतवाली के मेरापुर मुहल्ला निवासी 35 वर्षीय अरविंद पुत्र स्व.रामेश्वर रविवार की शाम करीब छह बजे अपनी पत्नी से विवाद के बाद कोतवाली जाते समय ई- रिक्सा से यमुना नदी में छलागं लगा दी थी। शनिवार से ही नदी का भी जलस्तर बढ़ गया था। ऐसे में युवक को खोजने में पुलिस व गोताखोरों को परेशानी हो रही थी, लेकिन जाको राखे साइयां मार सके न कोय की कहावत इस घटना में सटीक रूप से चरितार्थ होती है।
नदी में कूदा युवक 16 घंटे बाद सकुशल जब अपने घर पहुंचा तो उसे देखकर पत्नी व बच्चों समेत अन्य स्वजन के चेहरों पर खुशी छा गई। घर आए युवक ने बताया कि नदी में कूदने के बाद हर तरफ उसे पानी ही पानी दिखाई दे रहा था। सूर्यास्त के बाद जब अंधेरा हुआ तब मंजर और भी ज्यादा भयावह हो गया। बाढ़ के पानी के बीच युवक को हर पल मौत का खौफ सता रहा था।
नहीं छोड़ी साहस की पतवार
युवक ने बताया कि उसने बचने की डूबती उम्मीद के बाद भी साहस की पतवार नहीं छोड़ी। वह तैरते- तैरते सुमेरपुर के पत्योरा गांव के पास बनें रेलवे ब्रिज के नीचे पहुंचा। इस दौरान उसने करीब 20 किलोमीटर नदी तैरकर पार की और पत्योरा से वह रात ढाई बजे नदी के रास्ते पैदल अपने घर के निकल पड़ा और सुबह करीब 10 बजे अपने घर पहुंचा। वहीं युवक के सकुशल घर आने पर कोतवाली पुलिस ने जाकर उससे पूछताछ की। उसने पूरी घटना बताई। कोतवाल राकेश कुमार ने बताया कि युवक सकुशल वापस घर लौट आया है।
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