IAS Abhishek Prakash: पूर्व डीएम अभिषेक प्रकाश के संपत्ति के क्रय-विक्रय की मांगी गई रिपोर्ट
हमीरपुर के पूर्व जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के खिलाफ सतर्कता विभाग ने संपत्ति की खुली जांच शुरू की है। उनके कार्यकाल के दौरान खरीदी गई संपत्ति और शस्त्र लाइसेंस का विवरण मांगा गया है। बरेली लखीमपुर खीरी अलीगढ़ मेरठ और हमीरपुर के प्रशासन से जानकारी मांगी गई है। आईजी स्टांप ने तहसील कार्यालयों से रिपोर्ट शासन को भेजने का आदेश दिया है।

जागरण संवाददाता, हमीरपुर। जिले के तत्कालीन जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के विरुद्ध परिसंपत्ति की खुली जांच में सतर्कता अधिष्ठान ने जिले से उनके कार्यकाल के समय खुद व उनके परिवार के किसी सदस्य द्वारा खरीदी गई कोई संपत्ति व शस्त्र लाइसेंस की रिपोर्ट प्रशासन से मांगी है। सतर्कता विभाग ने इसके लिये तत्कालीन जिलाधिकारी जिस जिले में नियुक्त रहे हैं वहा के प्रशासन से पूरा विवरण देने को कहा है। ताकि जांच शीघ्र की जा सके।
जनपद में करीब चार साल पहले नियुक्त रहे तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी इन्वेस्ट लखनऊ यूपी व तत्कालीन जिलाधिकारी हमीरपुर अभिषेक प्रकाश के अलावा उनकी पत्नी, पिता-माता के नाम कार्यकाल में कोई संपति भूमि प्लाट मकान, कृषि भूमि व्यवसायिक प्रतिष्ठान व शस्त्र लाइसेंस खरीदा गया हो तो उसका प्रमाणित विवरण प्रस्तुत करने को कहा है।
इसके लिये सतर्कता अधिष्ठान ने भूमि संबंधित जानकारी के लिये बरेली, लखीमपुरखीरी, अलीगढ़, मेरठ हमीरपुर प्रशासन को पत्र लिखा है। इसी प्रकार शस्त्र लाइसेंस के जांच के लिए लखनऊ, लखीमपुर खीरी बरेली अलीगंज मेरठ हमीरपुर नोयडा गौतमबुद्ध नगर गाजियाबाद वाराणसी के प्रशासन को पत्र लिखा है।
इस मामले में स्टांप आइजी धीरेंद्र प्रसाद का कहना है कि तत्कालीन जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के जमीन क्रय विक्रय संबंधित रिपोर्ट चारों तहसील के रजिट्रार दफ्तर जांच कर शासन को भेजने को कह दिया गया है। एक रिपोर्ट मुख्यालय भेजने को कहा गया है। उनका कहना है कि यह रिपोर्ट तो पूरे प्रदेश से मांगी गयी है।
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