Updated: Mon, 03 Feb 2025 04:03 PM (IST)
यूपी के हमीरपुर में खंभे से दूरी दिखाकर उपभोक्ताओं से वसूली की जा रही है। सदर विधायक डॉ. मनोज प्रजापति ने संज्ञान में लेते हुए एमडी दक्षिणांचल विद्युत वितरण को पत्र भेजकर मामले की जांच की मांग की है। इधर एक्सईएन मीटर राकेश कुमार ने बताया कि विधायक ने क्या शिकायत की है और कौन सा पत्र भेजा गया है इसके बारे में वह कुछ नहीं जानते हैं।
जागरण संवाददाता, हमीरपुर। खंभे से दूरी दिखाकर उपभोक्ताओं से वसूली की जा रही है। जानकारी पर सदर विधायक डॉ. मनोज प्रजापति ने संज्ञान में लेते हुए एमडी दक्षिणांचल विद्युत वितरण को पत्र भेजकर मामले की जांच करते हुए अधिशासी अभियंता मीटर राकेश कुमार का स्थानांतरण किए जाने की मांग की है।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
विधायक डॉ. मनोज प्रजापति ने प्रबंध निदेशक दक्षिणांचल बिजली वितरण निगम लिमिटेड आगरा को भेजे गए पत्र में लिखा है कि बिजली विभाग में तैनात अधिशासी अभियंता मीटर राकेश कुमार निजी लाभ के लिए उपभोक्ताओं के बिलों को जानबूझकर आइडीएफ-खराब कराया जा रहा है, जिसे सही कराने व नया मीटर लगाने के नाम पर उपभोक्ताओं का उत्पीड़न कर उनसे रुपये वसूले जा रहे हैं।
स्मार्ट मीटर में इंस्टालेशन, खंभे से दूरी का हवाला देकर केबल के नाम पर वसूली की जा रही है। जिससे लगातार सरकार की छवि धूमिल हो रही है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि मामले की जांच कराते हुए एक्सईएन मीटर राकेश कुमार का स्थानांतरण किया जाए। ताकि उपभोक्ताओं को शोषण का शिकार न होना पड़े। इस संबंध में सदर विधायक डॉ. मनोज प्रजापति ने बताया कि उनके पास लगातार इस तरह की शिकायतें आ रही थी, जिसको लेकर उन्होंने एमडी को पत्र लिखा है। ताकि किसी भी उपभोक्ता का शोषण न हो और सरकार की छवि न धूमिल।
इधर, एक्सईएन मीटर राकेश कुमार ने बताया कि विधायक ने क्या शिकायत की है और कौन सा पत्र भेजा गया है, इसके बारे में वह कुछ नहीं जानते हैं।
अघोषित बिजली कटौती से किसान परेशान
कुरारा: विकास खंड क्षेत्र के झलोखर फीडर से पतारा, झलोखर, क्योटरा, हरेठा, नेठी, गिमुहा, रिठौरा, बदनपुर गांवों के लिए बिजली आपूर्ति की जाती है। पतारा गांव निवासी किसान धर्मेंद्र, रामबाबू आदि ने बताया कि दिन में तापमान अधिक रहने से गेहूं की फसल में रतवा रोग को शिकायत हो रही है, जिससे गेहूं की फसल में सिंचाई की जरूरत है, लेकिन दिन में बिजली आपूर्ति के दौरान अघोषित कटौती की जाती है।
सप्लाई शुरू होने के 20 मिनट बाद एक घंटे के लिए आपूर्ति बंद कर दी जाती है, जिससे किसान आपूर्ति के इंतजार में दिन भर बैठा रहता है। झलोखर गांव निवासी किसान रामाश्रय, रमेशदिवेदी, धीरेंद्र, कामताप्रसाद, राजेंद्र ने बताया कि पूरे दिन बमुश्किल तीन से चार घंटे बिजली आपूर्ति मिल पा रही है। वहीं, कुसमरा फीडर के जेई अशोक कुमार ने बताया कि उस लाइन में सुधार का काम चल रहा है। दो से तीन दिनों के बाद समस्या खत्म हो जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।