12वीं पास महिलाओं के लिए नौकरी का मौका, गौतमबुद्धनगर में 48 सखियों का होगा चयन; जानिए कितना मिलेगा वेतन?
उत्तर प्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन गौतमबुद्धनगर के तीन ब्लॉकों में 48 सूक्ष्म उद्यम सखियों का चयन करेगा। स्वयं सहायता समूह की 12वीं पास महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी, जो 24 जून तक आवेदन कर सकती हैं। चयन लिखित परीक्षा के माध्यम से 3 जुलाई को होगा। ये सखियां ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे गैर-कृषि उद्यमों की स्थापना और विकास में मदद करेंगी, जिससे महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके।
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मनोज कुमार शर्मा, जेवर। उत्तर प्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जनपद गौतमबुद्धनगर के तीनों ब्लाकों में 48 सूक्ष्म उद्यम सखियों का चयन किया जाएगा। चयन प्रक्रिया में जिले में संचालित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। योजना के तहत समूह की 12वीं पास महिलाओं से 24 जून तक आवेदन मांगे गए हैं।
प्राप्त आवेदनों के शार्टलिस्ट के बाद तीन जुलाई को जिला या ब्लाक मुख्यालय पर चयन के लिए लिखित परीक्षा होगी। सूक्ष्म उद्यम सखियां जिले में छोटे गैर कृषि उद्यमों की स्थापना और उनके विकास में अहम योगदान देंगी काम के आधार पर ही सरकार उनकी मदद और वेतन भी देगी। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्राम्य विकास विभाग, लखनऊ की मिशन निदेशक दीपा रंजन ने 18 जून को पत्र जारी करते हुए चयन प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला मिशन प्रबंधक भानू प्रताप ने बताया कि सरकार की ओर से मिशन के अंतर्गत ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सूक्ष्म उद्यम योजना को लागू किया जा रहा है। जनपद के तीन ब्लाकों जेवर, बिसरख व दादरी में 48 सूक्ष्म उद्यम सखियों का चयन किया जाना है।
वर्तमान में जिले के तीनों विकास खंड में कुल 1715 स्वयं सहायता समूह संचालित हैं, जिनमें लगभग 16994 महिलाएं सक्रिय हैं। जो अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रही हैं। इन्हीं महिलाओं में से आवेदन मांगे गए हैं, जिनका लिखित परीक्षा के आधार पर सूक्ष्म उद्यम सखियों का चयन किया जाएगा।
चयनित महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत छोटे-छोटे उद्योगों को स्थापित करने के साथ ही उनके विकास में अहम योगदान निभाएंगी। छोटे उद्योगों को स्थापित कर महिलाएं होंगी आर्थिक मजबूत योजना में चयनित महिलाएं गैर कृषि रूई बत्ती, मोमबत्ती, अचार,दोने पत्तल, गिलास, चप्पल बनाने छोटे-छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करेंगी।
जो महिलाएं मिशन के अनुसार अच्छा काम करेंगी उन्हें उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की तरह से अनुदान और बैंकों से लोन दिलाने में भी मदद की जाएगी। काम के अनुसार ही महिलाओं को 2000 हजार से 2800 रुपये तक का वेतन दिया जाएगा।
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