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    गोरखपुर चिडिय़ाघर में असम से लाए आएंगे कम उम्र के गैंडे

    By Navneet Prakash TripathiEdited By:
    Updated: Fri, 10 Dec 2021 03:54 PM (IST)

    चिडिय़ाघर में अब कम उम्र के गैंडे लाए जाएंगे। असम के गुवाहाटी चिडिय़ाघर से जिन गैंडों को लाया जाना था वहां जानवरों को लाने वाले केज को आसानी से नहीं पहुंचाया जा सकेगा। गुवाहाटी चिडिय़ाघर ने कम उम्र के गैंडों को गोरखपुर चिडिय़ाघर को देने का निर्णय लिया है।

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    गोरखपुर चिडिय़ाघर में असम से लाए आएंगे कम उम्र के गैंडे। प्रतीकात्‍मक फोटो

    गोरखपुर, जागरण संवाददाता। चिडिय़ाघर में अब कम उम्र के गैंडे लाए जाएंगे। इसकी प्रमुख वजह असम के गुवाहाटी चिडिय़ाघर से जिन गैंडों को लाया जाना था, वहां जानवरों को लाने वाले केज को आसानी से नहीं पहुंचाया जा सकेगा। इसलिए गुवाहाटी चिडिय़ाघर ने कम उम्र के गैंडों को गोरखपुर चिडिय़ाघर को देने का निर्णय लिया है।

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    पहले लाए जाने थे 15 व 17 वर्ष के दो गैंडे

    गुवाहाटी चिडिय़ाघर से गोरखपुर चिडिय़ाघर लाने के लिए दो गैंडों का चयन किया गया था। इसमें से 15 वर्ष का नर व 17 वर्ष की मादा गैंडा शामिल थी। गुवाहाटी चिडिय़ाघर में यह गैंडे जहां रखे गए हैं, वहां जानवरों को लादने वाला केज ले जाने में कठिनाई होगी। ऐसे में गुवाहाटी चिडिय़ाघर में बाहर के बाड़े में रखा गया चार साल का नर गैंडा व आठ साल की मादा गैंडा को गोरखपुर भेजने का निर्णय लिया गया है।

    चिडियाघर के लिए फायदेमंद साबित होगा कम उम्र के गैंडे मिलना

    कम उम्र के गैंडे मिलना चिडिय़ाघर के लिए लाभदायक है। गैंडे चिडिय़ाघर में लंबा वक्त गुजारेंगे। यहां उनकी संख्या भी बढ़ेगी। गोरखपुर चिडिय़ाघर स्थित गैंडे के बाड़े का अधिकांश कार्य पूरा हो गया है। छह से सात दिनों में गोरखपुर से टीम गुवाहाटी गैंडा लाने के लिए रवाना हो सकती है।

    35 वर्ष तक होती है गैंडों की औसत उम्र

    चिडियाघर के पशु चिकित्‍साधिकारी डा. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि आमतौर पर गैंडे 30 से 35 वर्ष तक जीते हैं। गुवाहाटी चिडिय़ाघर से कम उम्र के गैंडे मिलेंगे। यह गोरखपुर चिडिय़ाघर के लिए अ'छा संदेश है। बाड़े के अधिकांश कार्य पूरे हो चुके हैं। जल्द ही टीम गुवाहाटी के लिए रवाना हो सकती है।

    धर्मेंद्र प्रधान ने किया बाबा गोरखनाथ का दर्शन-पूजन

    महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के समापन कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए गुरुवार की शाम गोरखपुर पहुंचे केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान देर शाम गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। वहां पहुंचकर सबसे पहले उन्होंने बाबा गोरखनाथ का विधि-विधान से दर्शन-पूजन किया और फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। मुख्यमंत्री भी गुरुवार की शाम ही गोरखनाथ मंदिर पहुंचे थे, उन्हें समारोह के समापन कार्यक्रम में हिस्सा लेना है। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के बारे में विस्तार से जानकारी दी। दोनों नेताओं ने प्रदेश के विकास कार्य और चुनावी गतिविधियों पर भी चर्चा की। मंदिर में ही मुख्यमंत्री के साथ रात्रिभोज करने के बाद केंद्रीय मंत्री प्रधान रात्रि विश्राम के लिए सर्किट हाउस चले गए।