World Heart Day: युवाओं का दिल क्यों दे रहा धोखा, क्या है बचाव का तरीका; अपनाएं विशेषज्ञों के बताए खास टिप्स
युवावस्था में ही दिल धोखा दे रहा है। युवाओं में हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों ने इसका बड़ा कारण शारीरिक श्रम की कमी और नशा बताया है। बीआरडी मेडिकल कालेज पहुंचे 87 रोगियों में 42 की उम्र 45 वर्ष के नीचे थी। इस दौरान बीमारी के कारणों की पड़ताल में सबसे बड़ा कारण धूमपान ही नजर आया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। धूमपान की आदत व स्वस्थ दिनचर्या न होने से युवावस्था में ही दिल धोखा देने लगा है। खान-पान में चिकनाई का ज्यादा इस्तेमाल और शारीरिक श्रम की कमी की वजह से युवावस्था में ही हार्ट अटैक के मामले सामने आने लगे हैं।
मेडिकल कालेज पहुंचे 87 रोगियों में 42 की उम्र 45 वर्ष के नीचे
इस माह बीआरडी मेडिकल कालेज के सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में पहुंचे 87 हृदय रोगियों में से 42 रोगियों की उम्र 30 से 45 वर्ष के बीच थी। हिस्ट्री जानने के बाद पता चला कि 31 लोग सिगरेट पीते थे और शेष गुटखा व तंबाकू खाते थे। इनमें नियमित व्यायाम करने वाला एक भी व्यक्ति नहीं था।
25 में मिली उच्च रक्तचाप व मधुमेह की बीमारी मिली
25 लोगों में उच्च रक्तचाप व मधुमेह की बीमारी मिली। इनमें से 13 को पहली बार पता चला कि उन्हें यह बीमारी है। कारणों की पड़ताल में सबसे बड़ा कारण धूमपान ही नजर आया। इसके अलावा ज्यादातर दिनों में बाहर का खाना, देर रात तक जागना और मोबाइल देखना, नींद न पूरी होना, चिकनाईयुक्त पदार्थों का ज्यादा सेवन और व्यायाम न करना भी कारण रहा। हृदय रोगों के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है।
ऐसे करें बचाव
- यदि उच्च रक्तचाप की दवा चल रही है तो नियमित लेते रहें-धूमपान या किसी भी तरह के नशे से परहेज करें।
- खान-पान संतुलित रखें, जंकफूड से दूर रहें-सुबह-शाम टहलना बेहद लाभप्रद है।
- नियमित योग-व्यायाम करते रहें।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
युवाओं में हार्ट अटैक के मामलों में इधर दो-तीन वर्षों में ज्यादा वृद्धि हुई है। रोगियों की हिस्ट्री के आधार पर जो कारण सामने आए हैं, उनमें धूमपान बड़ा कारण है। -डा. कुनाल सिंह, हृदय रोग विशेषज्ञ, बीआरडी मेडिकल कालेज
युवाओं में घबराहट, बेचैनी व हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं। देर रात तक मोबाइल देखना, सुबह देर से सोकर उठना, व्यायाम न करना, इसका कारण है। इससे बचें और स्वस्थ दिनचर्या के साथ जीएं। डा. आसिफ शकील, हृदय रोग विशेषज्ञ
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