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    World Health Day 2023: बीमारियों से बचने का कारगर उपाय स्वच्छता और सतर्कता, विशेषज्ञों ने दी ये खास सलाह

    By Jagran NewsEdited By: Pragati Chand
    Updated: Fri, 07 Apr 2023 07:55 AM (IST)

    विशेषज्ञों का कहना है कि उपचार से बेहतर बचाव है। ऐसे में स्वच्छता और सतर्कता बीमारियों से बचने का सबसे बेहतर उपाय है। वहीं स्वास्थ्य विभाग अलग-अलग अभियान चलाकर सभी वर्ग के लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाएं उपलब्ध कराने में अग्रसर है।

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    World Health Day 2023 : उपचार से बेहतर है बचाव। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    गोरखपुर, जागरण संवाददाता। स्वच्छता व सतर्कता बीमारियों से बचने का सबसे कारगर उपाय है। सरकार हर आयु वर्ग के लोगों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दे रही है। साथ ही बीमारियों की रोकथाम के लिए दस्तक, संचारी रोग व गैर संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत लोगों को बीमारियों से बचाव के प्रति जागरूक किया जा रहा है। विशेषज्ञों ने कहा है कि उपचार से बेहतर बचाव है। हर वर्ष सात अप्रैल को लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष इस दिवस की थीम है- सबके लिए स्वास्थ्य।

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    क्या कहते हैं अधिकारी

    सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि इस वर्ष की थीम इस सोच के तहत है कि स्वास्थ्य का बुनियादी अधिकार हर व्यक्ति को बिना किसी आर्थिक कठिनाई के जब और जहां आवश्यक हो वहां मिल सके। परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत नव दंपती के वैवाहिक जीवन के बाद से परिवार नियोजन कार्यक्रमों का लाभ देने का प्रविधान है।

    इनकी मदद से मिल रही लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं

    आशा, आंगनबाड़ी और एएनएम की मदद से गर्भवती को छाया ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता व पोषण दिवस पर ले जाकर प्रसव पूर्व जांच कराई जाती है। आयरन फोलिक एसिड और कैल्शियम की गोलियां दी जाती हैं। अस्पताल में प्रसव के बाद नवजात का वहीं टीकाकरण शुरू कर दिया जाता है। किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत किशोरियों को सेनेटरी पैड, किशोर-किशोरियों के लिए साप्ताहिक आयरन फोलिक एसिड गोलियां देने के साथ जिला और महिला अस्पताल में किशोर-किशोरी स्वास्थ्य परामर्श केंद्र चलाए जा रहे हैं।

    आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत बिना किसी वर्गीकरण के स्वास्थ्य जांच व उपचार की सुविधा दी जा रही है। संचारी रोगों जैसे टीबी, फाइलेरिया, कुष्ठ, इंसेफ्लाइटिस, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि की जांच और उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है। टीबी रोगियों को उपचार के दौरान 500 रुपये दिए जाते हैं।