गोरखपुर, जागरण संवाददाता। उप्र उर्दू अकादमी ने बुधवार को 2019 व 2021 के पुरस्कारों की घोषणा की। अकादमी के पुरस्कारों की अगल-अलग श्रेणी में शहर के कई साहित्यकार व सामाजिक कार्यकर्ता के नाम शामिल हैं। जिले के जो साहित्यकार पुरस्कार के लिए चयनित किए गए हैं उनमें बराये कौमी यकजहती के लिए टीएन श्रीवास्तव ‘वफा गोरखपुरी’ व महेश अश्क को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
इन्हें भी मिलेगा पुरस्कार
इनके अलावा बाबा-ऐ-उर्दू मौलवी अब्दुल हक इनाम बराये फरोग उर्दू अदब, सैयद फरीद अहमद और बाबा-ऐ-उर्दू मौलवी अब्दुल हक इनाम बराये फरोग उर्दू अदब के लिए सलाम फैजी को एक-एक लाख का पुरस्कार दिया जाएगा। प्रो. मो. हसन इनाम बराऐ तद्रीस के लिए प्रो. फिरोज अहमद को डेढ़ लाख तथा वरिष्ठ उर्दू पत्रकार में ऐहतेशाम अफसर को 50 हजार रुपये के पुरस्कार की घोषणा की गई है।
इसी क्रम में प्रो. काजी जमाल हुसैन की किताब ‘दामे आगही’, डॉ. अजीज अहमद की किताब ‘यादों के इनतेखाब ने’, प्रो. फिरोज अहमद की किताब ‘तहकीक’ के लिए अकादमी ने 25-25 हजार रुपये, उभरते हुए नौजवान साहित्यकार डा. अशफाक अहमद उमर की किताब ‘गालिब से अने हाजिर तक’ पर अकादमी ने 20 हजार रुपये के पुरस्कार की घोषणा की है। डॉ. इनामुल हक और नौजवान शायरा नुसरत अतीक की किताबों पर भी अकादमी ने पुरस्कार घोषित किया है।
क्या कहते हैं पुरस्कृत लोग
- प्रो. सैयद फरीद अहमद ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र से शुरू से जुड़ा रहा। शायरी लिखने के साथ ही उर्दू के प्रचार-प्रसार का काम किया। जिस पर उर्दू अकादमी ने मुझे ये सम्मान दिया है।
- टीएन श्रीवास्तव उर्फ वफा गोरखपुरी ने कहा कि उर्दू अकादमी की ओर से साहित्य के माध्यम से गंगा जमुनी तहजीब को बढ़ावा देने के लिए जो सम्मान मिला है उससे काफी खुशी हुई है।
- महेश अश्क ने कहा कि अच्छा लग रहा है। आगे भी साहित्य के प्रचार-प्रसार के लिए आजीवन काम करता रहूंगा।
- सलाम फैजी ने कहा कि उर्दू अकादमी उप्र. से जो सम्मान मिला है इससे मुझे काफी प्रसन्नता है। चयनकर्ताओं को आभार।