UP में ब्लीचिंग पाउडर से सफेद कर रहे मिठाई, खाद्य सुरक्षा विभाग की छापेमारी में खुली पोल
उत्तर प्रदेश में खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिठाई को ब्लीचिंग पाउडर से सफेद करने का मामला पकड़ा। टीम ने मौके पर 70 किलोग्राम मिठाई नष्ट की। ब्लीचिंग पाउडर का इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। विभाग मामले की जांच कर रहा है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। त्योहारों में चमकती मिठाई दिखे तो खाने के ललचाएं नहीं। यह मिठाई कैंसर का भी कारण बन सकती है। मिलावटखोरों ने मिठाई को सफेद दिखाने के लिए ब्लीचिंग पाउउर, डिटर्जेंट पाउडर से तो साफ करना शुरू ही कर दिया है, सफेदी बढ़ाने के लिए शरीर पर लगाया जाने वाला पाउडर भी लगा दे रहे हैं।
मंगलवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने मियां बाजार स्थित शुभम गुप्ता की दुकान में छापा मारा तो हैरान करने वाली तस्वीर दिखी। यहां खिलौने वाली मिठाई और बताशा की चमक देखने के बाद जांच हुई तो हकीकत सामने आयी। टीम ने 50 किलोग्राम खिलौने वाली मिठाई और 20 किलोग्राम बताशा नष्ट कराया। है।
सहायक आयुक्त डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि दो दिन पहले बताशा और खिलौने वाली मिठाई के नमूने लिए गए थे। मंगलवार को फिर अभियान चलाया गया। मियां बाजार में शुभम गुप्ता की दुकान में मिठाई की चमक देखकर शक हुआ। इसके बाद जांच कराई गई। ऐसी मिठाई के सेवन से आंत में घाव हो सकता है। ब्लीचिंग पाउडर व डिटर्जेंट पाउडर किसी वस्तु के ऊपर की पतर को काट देते हैं। ज्यादा समय तक इस्तेमाल से कैंसर भी हो सकता है।
शरीर पर लगाने वाला पाउडर खाना भी बहुत नुकसानदायक होता है। कहा कि विक्रेता मीठा पाउडर के नाम पर इन खतरनाक केमिकल की बिक्री करते हैं। इनका उपयोग मिठाई को अधिक सफेद दिखाने के लिए किया जा रहा है। जनता से अपील है कि वह अत्यधिक सफेद या अस्वाभाविक रूप से चमकदार मिठाइयों से बचें तथा केवल पंजीकृत एवं स्वच्छ प्रतिष्ठानों से ही खाद्य पदार्थ खरीदें।
टीम ने गोरखनाथ क्षेत्र में जेएमडी ब्रांड के नमकीन गोदाम की मंगलवार को भी जांच की और तीन सौ किलोग्राम नमकीन नष्ट कराया। यहां सोमवार को सौ किलोग्राम खराब तेल नष्ट कराया गया था।
पनीर विक्रेता अधिकारियों से भिड़ा
शास्त्री चौक पर दूधियों व पनीर बेचने वालों का पंजीकरण कराने पहुंची खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम से खजनी के वभना निवासी धर्मेंद्र कुमार भिड़ गया। वह बाइक पर रखकर पनीर बेच रहा था। टीम ने उसको पंजीकरण कराने के लिए कहा तो वह भड़क गया। उसने पंजीकरण कराने से मना कर दिया। सहायक आयुक्त डा. सुधीर कुमार ने सख्ती करते हुए पनीर का नमूना लिया। इसके बाद उसने दूसरे का आधारकार्ड दे दिया।
सख्ती बढ़ी तो अपना आधारकार्ड दिया। सहायक आयुक्त को यहां तक कहना पड़ा कि सौ रुपये मैं अपने पास से देता हूं, आप अपना आधारकार्ड दे दीजिए ताकि पंजीकरण हो सके। पनीर विक्रेता का रुख देखकर शास्त्री चौक पर भीड़ इकट्ठा हो गई। डा. सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि किसी भी हाल में बिना पंजीकरण कोई भी खाद्य पदार्थ नहीं बेच सकता है। पंजीकरण न कराने वालो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बात दरकिनार, त्योहार में आया मिलावटी खोवा
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की सख्ती के बाद बीते होली त्योहार में खोवा मंडी के व्यापारियों ने मिलावटी खोवा की बिक्री न करने का प्रण लिया था। उनका कहना था कि कोई भी व्यापारी अब मिलावटी खोवा नहीं बेचेगा लेकिन जैसे ही दीपावली का त्योहार आया, मिलावटी खोवा बाजार में आने लगा। सहायक आयुक्त डा. सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि अब तक जितना भी खोवा जब्त किया गया है सभी खोवा मंडी के लिए ही मंगाया गया था। व्यापारियों से फिर बात की जाएगी कि वह शुद्धता का ध्यान रखें। नागरिकों के स्वास्थ्य से किसी को खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।
कानपुर से आया, नमूने के नाम पर वापस लौटा
लक्जरी बस और हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन से मंगाए गए 14 क्विंटल खोवा का कोई मालिक सामने नहीं आ रहा है। सोमवार को कार्रवाई में खोवा जब्त होने के बाद मंडी के कुछ व्यापारी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के कार्यालय पहुंचे। यहां जब उन्हें बताया गया कि बिना नमूना लिए खोवा नहीं दिया जाएगा तो वह वापस चले गए। मंगलवार को कानपुर से एक व्यक्ति आया। उसने खोवा अपना बताया और एक नमूना लेकर छोड़ने को कहा।
सहायक आयुक्त डा. सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि जिन लोगों के नाम से खोवा आया है, उतने नमूने लिए जाएंगे फिर खोवा छोड़ा जाएगा। इसके बाद वह व्यक्ति भी चला गया। देर शाम तक अधिकारी उसका इंतजार करते रहे लेकिन वह आया नहीं। सहायक आयुक्त ने कहा कि यदि कोई नहीं आया तो खोवा नष्ट कर दिया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।