UP Pollution Update: पछुआ हवा के साथ आ रहा पश्चिमोत्तर भारत का प्रदूषण, यूपी में चढ़ा रहा पारा
गोरखपुर में ठंड के बावजूद तापमान में गिरावट नहीं हो रही है, जिसका कारण ऊपरी वायुमंडल में चल रही पछुआ हवा है। यह हवा पश्चिमोत्तर भारत से प्रदूषण ला रही है, जिससे धूप धुंधली और उमस बढ़ रही है। दीवाली पर आतिशबाजी से प्रदूषण और बढ़ने की आशंका है, जिससे तापमान में गिरावट मुश्किल है। अगले एक सप्ताह तक मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान है।

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। ठंड के मौसम की दस्तक के बाद भी शहर का तापमान नहीं गिर रहा। अधिकतम तापमान 32 और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम नहीं होने पा रहा। इसका कारण ऊपरी वायुमंडल में चल रही पछुआ हवा है। यह हवा पश्चिमोत्तर भारत का प्रदूषण गोरखपुर के ऊपरी वायुमंडलीय में ला रही।
प्रदूषण की मौजूदगी से धूप धुंधली पड़ जा रही और उमस बढ़ जा रही। निचले वायुमंडल में चल रही नम पुरवा हवा भी उमस बढ़ाने में भूमिका निभा रही। मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के अनुसार दीवाली पर होने वाली आतिशबाजी के चलते निचले वायुमंडल का प्रदूषण भी बढ़ेगा, जिसके चलते अगले एक सप्ताह तक तापमान नहीं गिरने पाएगा।
मौसम विज्ञानी ने बताया कि दिल्ली और आसपास के क्षेत्र का प्रदूषण बढ़ रहा है। एक्यूआर (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 300 के करीब पहुंच रहा है। चूंकि ऊपरी वायुमंडल में इन दिनों पछुआ हवा चल रही है, ऐसे में उस हवा के साथ प्रदूषण की आवक पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपरी वायुमंडल में हो रही है।
इधर निचले वायुमंडल में 70 से 81 प्रतिशत के बीच आर्द्रता रिकार्ड हो रही है। ऊपरी वायुमंडल में प्रदूषण और निचले वायुमंडल में नमी के चलते उमस की उपस्थिति बनी हुई है। तापमान में गिरावट भी नहीं होने पा रही है।
मौसम विज्ञानी के अनुसार अगले एक सप्ताह में भी मौसम का यही रुख रहेगा। शहर का प्रदूषण बढ़ेगा और अधिकतम तापमान 32-33 व न्यूनतम तापमान 22-33 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकार्ड होगा। ऐसे में ठंड की दस्तक के बीच उमस का अहसास होता रहेगा।
यह बरतें सावधानी
- सुबह और रात के समय बाहर निकलने से बचें।
- बच्चों व बुजुर्गों को प्रदूषण से बचाव के लिए मास्क पहनाएं।
- घर में पौधे लगाएं और खुले में कूड़ा न जलाएं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।