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    Indian Railways News: अब नेपाल सीमा तक दौड़ेंगी ट्रेनें, नेपालगंज रोड तक बड़ी रेल लाइन तैयार

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 09:02 AM (IST)

    गोरखपुर से बहराइच होते हुए नेपाल सीमा तक ट्रेनें जल्द दौड़ेंगी। बहराइच-नानपारा-नेपालगंज रोड पर आमान परिवर्तन का कार्य पूरा हो गया है। सीआरएस निरीक्षण के बाद नेपालगंज रोड स्टेशन तक ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। इस परिवर्तन से तराई क्षेत्र देश के ब्रॉड गेज नेटवर्क से जुड़ जाएगा जिससे आर्थिक विकास को गति मिलेगी। पूर्वोत्तर रेलवे का लगभग सभी रेल लाइन का आमान परिवर्तन पूरा हो चुका है।

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    तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। बहराइच के रास्ते नेपाल सीमा तक ट्रेनें दौड़ेंगी। पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल स्थित बहराइच-नानपारा-नेपालगंज रोड (56.15 किमी) का आमान परिवर्तन (छोटी से बड़ी रेल लाइन) पूरा हो गया है।

    18 व 19 सितंबर को रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) नानपारा-नेपालगंज रोड के मध्य आमान परिवर्तन का निरीक्षण व स्पीड ट्रायल करेंगे। सीआरएस की हरी झंडी के बाद नेपाल सीमा पर स्थित नेपालगंज रोड स्टेशन तक ट्रेनों का संचालन आरंभ हो जाएगा।

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    मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार आमान परिवर्तन का कार्य पूरा हो जाने से तराई का यह क्षेत्र देश के ब्राड गेज नेटवर्क से जुड़ जाएगा। क्षेत्र के लोगों को महानगरों में जाने की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। क्षेत्र के कृषि उत्पादों को महानगरों में भेजना आसान होगा। फलस्वरूप क्षेत्र की आर्थिक विकास को गति मिलेगी।

    बहराइच-नानपारा-नेपालगंज रोड का आमान परिवर्तन का कार्य पूरा होने के साथ पूर्वोत्तर रेलवे की लगभग 4391 ट्रैक किमी रेल लाइन छोटी से बड़ी हो गई है। मैलानी-नानपारा को छोड़कर सभी ट्रैक किमी रेल लाइन का आमान परिवर्तन पूरा हाे गया है।

    पूर्वोत्तर रेलवे का कोई रेलखंड छोटी लाइन नहीं रह गया है। दुधवा वन क्षेत्र में पड़ने वाले रेलखंड मैलानी से नानपारा 170 किमी छोटी रेल लाइन ही बच जाएगी, जिसे रेल मंत्रालय ने इको टूरिज्म के लिए संरक्षित कर लिया है।

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    दरअसल, वर्ष 1980 तक पूर्वोत्तर रेलवे को छोटी लाइन के नाम से ही जाना जाता था। वर्ष 1981 में गोरखपुर के रास्ते लखनऊ से छपरा तक करीब 425 किमी का आमान परिवर्तन हुआ। पहली बार पूर्वोत्तर रेलवे का यह मुख्य रेलमार्ग छोटी से बड़ी रेल लाइन के रूप में बदला था।

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 मार्च, 2024 को बहराइच-नानपारा-नेपालगंज रोड तक आमान परिवर्तित रेलमार्ग का शिलान्यास किया था।