गोरखपुर में बच्चा समेत कार उठा ले गई यातायात पुलिस, कार के पीछे दौड़ता रहा पिता
गोरखपुर में सड़क पर खड़ी कार को यातयात पुलिस बच्चे समेत क्रेन से खींच ले गई। कार चालक गोलघर में वाहन खड़ी कर दुकान पर कपड़ा खरीदने गया था। इसी दौरान सीएम काफिला उधर से गुजरने वााला था। फ्लीट में शामिल अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद कार को छोड़ा गया।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। नो पार्किंग खड़ी गाड़ियों को पुलिस लाइन यार्ड में ले जाने वाले क्रेन चालक मासूम बच्चे को कार समेत यार्ड उठा ले गए। पिता सड़क किनारे कार खड़ी कर ड्रेस खरीद रहा था। नजर पड़ी तो वह कार ले जा रही क्रेन के पीछे दौड़ा। पुलिस लाइन तक वह कर्मचारियों से बच्चे को उतारने और गाड़ी छोड़ने की मनुहार करता रहा लेकिन उन्होंने एक न सुनी। पुलिस लाइन से मुख्यमंत्री की फ्लीट लेकर जा रहे सुरक्षा कर्मियों की नजर पड़ी तो उन्होंने हस्तक्षेप कर कार छुड़वाया। क्रेन ठीकेदार का कहना है की गाड़ी में कोई बच्चा नहीं था।
सड़क किनारे कार में बेटे को बैठा ड्रेस खरीद रहे थे अभिजीत
तारामंडल क्षेत्र के रहने वाले अभिजीत सिंह ने बताया की उनका चार साल का बेटा सिविल लाइन स्थित एक विद्यालय में पढ़ता है। गुरुवार को करीब एक बजे विद्यालय की छुट्टी होने के बाद वह अपने बेटे को लेने गए। घर आते समय वह गोलघर जलकल के बगल में स्थित एक दुकान से बच्चे का ड्रेस लेने के लिए उतरे। अभिजीत का आरोप है कि बच्चे के पेट में दर्द हो रहा था। इसलिए उसे गाड़ी में ही छोड़ दिया था। उन्होंने बताया कि दुकान पर अभी वह ड्रेस खरीद ही रहे थे तभी वहां पर गाड़ी उठाने वाली क्रेन आ गई और उनकी गाड़ी लादकर ले जाने लगे। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने कई बार आवाज दी कि कार में बच्चा है लेकिन क्रेन चालक ने एक ना सुनी। वह भी पीछे-पीछे दौड़ते हुए पुलिस लाइन पहुंचे। इसके बाद गाड़ी से बच्चे को उतारे।
सीएम की फ्लीट के अधिकारियों ने की मदद
अभिजीत ने बताया की बच्चे को उतारते समय क्रेन चालक और वहां मौजूद ठीकेदार से उनकी बहस भी हुई। बावजूद गाड़ी नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा की सीएम दौरे को लेकर पुलिसलाइन में फ्लीट के साथ खड़ी एसपीजी टीम हमारी परेशानी और ठीकेदार द्वारा किए जा हरे दुर्व्यवहार को देख रही थी। बाद में फ्लीट के सुरक्षा कर्मियों ने ठीकेदार का विरोध किया। तब जाकर ठीकेदार गाड़ी को छोड़ा।
मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर सड़कों पर खड़ी गाड़ियों को हटाया जा हा था। व्यक्ति का आरोप गलत है। गाड़ी उठाते समय उसमें कोई बच्चा नहीं था। गुरुवार को किसी भी गाड़ी का चालान नहीं काटा गया है। - प्रशांत सिंह, क्रेन ठीकेदार।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।