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    इस बार कंबल आपूर्ति की रेस से बाहर हुआ गांधी आश्रम Gorakhpur News

    By Satish ShuklaEdited By:
    Updated: Sun, 22 Nov 2020 08:10 AM (IST)

    अपर जिलाधिकारी वित्‍त एवं राजस्‍व राजेश कुमार सिंह का कहना है कि कंबल वितरण के लिए जेम पोर्टल पर टेंडर किया गया था। दो फर्मों को जिम्मेदारी दी गई है। ...और पढ़ें

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    गोरखपुर क्षेत्रीय गांधी आश्रम के भवन का फाइल फोटो।

    गोरखपुर, जेएनएन। खराब आर्थिक हालात से जूझ रहे क्षेत्रीय श्री गांधी आश्रम को इस बार ठंड में एक और झटका लगा है। पिछले कुछ सालों से जरूरतमंदों में वितरण के लिए प्रशासन को कंबल की आपूर्ति करने वाली यह संस्था इस साल कंबल आपूर्ति की रेस से बाहर हो गई। जेम पोर्टल पर उत्पाद का पंजीकरण न हो पाने के कारण गांधी आश्रम टेंडर प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पाया। प्रशासन ने टेंडर फाइनल करते हुए दो फर्मों को आपूर्ति की जिम्मेदारी भी दे दी है। हर साल तहसीलों के माध्यम से वितरण के लिए प्रशासन करीब 30 हजार से अधिक कंबल की खरीद करता है। पिछले साल गांधी आश्रम ने प्रशासन को करीब 33 हजार कंबलों की आपूर्ति की गई थी।

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    इस साल कम रेट पर मिला कंबल

    पिछले साल जिला प्रशासन को 404 रुपये प्रति कंबल के हिसाब से कंबल की आपूर्ति की गई थी। इस साल आठ हजार कंबल आपूर्ति के लिए जिम्मेदारी दी गई है। एक कंबल की कीमत 358 रुपये है। रेट के अनुसार जेम पोर्टल से दो फर्मों को आपूर्ति की जिम्मेदारी दी गई है। एक-एक फर्म चार-चार हजार कंबल उपलब्ध कराएगी। तहसीलों से उनकी जरूरत के अनुसार कंबल की संख्या मांगी गई है। जरूरत के अनुसार और अधिक आपूर्ति के लिए कहा जाएगा।

    आठ हजार कंबल का हुआ है आर्डर

    अपर जिलाधिकारी वित्‍त एवं राजस्‍व राजेश कुमार सिंह का कहना है कि कंबल वितरण के लिए जेम पोर्टल पर टेंडर किया गया था। दो फर्मों को जिम्मेदारी दी गई है। फिलहाल आठ हजार कंबल की आपूर्ति का आर्डर दिया गया है। जरूरत के अनुसार और कंबल मंगाया जाएगा। इस बार क्षेत्रीय श्री गांधी आश्रम टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा नहीं ले पाया। उधर क्षेत्रीय श्री गांधी आश्रम गोलघर के मैनेजर अभिमन्‍यु सिंह का कहना है कि जिला प्रशासन की ओर से कराई गई टेंडर प्रक्रिया में कतिपय कारणों से संस्था हिस्सा नहीं ले पायी। अब उत्पाद का पंजीकरण हो गया है और नगर निगम में कंबल की आपूर्ति के लिए आवेदन किया गया है।