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    'जाति का जहर था देश की गुलामी का कारण', गोरखपुर में चतुर्भुज सिंह की प्रतिमा अनावरण के दौरान बोले सीएम योगी

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्र प्रथम की भावना को आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने का महत्वपूर्ण आधार बताया। राजनीतिक स्वार्थ के लिए जाति के जहर को समाज में घोलने का कुत्सित प्रयास करने वालों से देशवासियों को सावधान करते हुए कहा कि इस जहर से किसी का भी हित नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुस्तकीय ज्ञान से डिग्री हासिल कर शिक्षित हुआ जा सकता है ज्ञानवान नहीं।

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek PandeyUpdated: Mon, 11 Dec 2023 07:31 AM (IST)
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    'जाति का जहर था देश की गुलामी का कारण', गोरखपुर में बोले सीएम योगी

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्र प्रथम की भावना को आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने का महत्वपूर्ण आधार बताया। राजनीतिक स्वार्थ के लिए जाति के जहर को समाज में घोलने का कुत्सित प्रयास करने वालों से देशवासियों को सावधान करते हुए कहा कि इस जहर से किसी का भी हित नहीं होगा।

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    जाति का जहर ही देश की गुलामी का कारण था और दुर्भाग्य से आज भी कुछ लोग जाति के नाम पर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। बांसगांव में पूर्व ब्लाक प्रमुख चतुर्भुज सिंह की प्रतिमा का अनावरण करने से पहले योगी महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के समापन कार्यक्रम में भी शामिल हुए।

    उन्होंने यहां छात्रों व शिक्षकों को अध्ययन-अध्यापन का दायरा बढ़ाने के लिए प्रेरित कर शिक्षा का महत्व समझाते हुए ज्ञानवान होने का मंत्र भी बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे शिक्षण संस्थान डिग्री बांटने का अड्डा न बनें, बल्कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का माध्यम बनकर उभरें।

    महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के समापन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि पुस्तकीय ज्ञान से डिग्री हासिल कर शिक्षित हुआ जा सकता है ज्ञानवान नहीं। विजेता बनना है तो शिक्षित होने के साथ ज्ञानवान भी बनना होगा।

    उद्देश्य स्पष्ट और कार्य अनुशासनपूर्ण हों

    प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि हमारी सुनने की क्षमता समाप्त होती जा रही है। हम जो सुनते हैं, वही सोचते हैं। अगर हम अच्छी बात सुनेंगे तो हमारे मन में अच्छे विचार आएंगे। जैसा सुनेंगे वैसा सोचेंगे, जैसा सोचेंगे वैसा काम करेंगे, जैसा काम करेंगे वैसा हमारा स्वभाव बनेगा और जैसा हमारा स्वभाव होगा वैसा ही चरित्र बनेगा। इसलिए दिमाग को नियंत्रित करना जरूरी है।

    प्रतिभा सिर्फ प्रकृति प्रदत्त नहीं, परिश्रम व संकल्प जरूरी

    हरिवंश नारायण राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में नकल रोकने का बड़ा प्रयास हुआ है। नकलविहीन परीक्षा से प्रतिभाओं को मौका मिला है और इससे यूपी के विद्यार्थी दुनिया में रहनुमाई करेंगे।

    प्रतिभा पूरी तरह प्रकृति प्रदत्त नहीं होती है, बल्कि इसके लिए परिश्रम व संकल्प जरूरी है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन द्वारा अपने बच्चे के विद्यालय के शिक्षक को लिखे एक पत्र का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि नकल से पास होने की बजाय फेल होना बेहतर है।