कुशीनगर के लिए विमान सेवा शुरू करेगी थाईलैंड की एयरवेज
कंपनी की विशेषज्ञ टीम ने अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सुविधाओं का जायजा लिया टीम ने टर्मिनल के अधिकारियों से शेष काम जल्द पूरा कराने की अपेक्षा जताई दो रूटों के लिए कंपनी बना रही है योजना थाई बौद्ध श्रद्धालु कर सकेंगे बोधगया सारनाथ कुशीनगर व लुंबिनी का दर्शन।

कुशीनगर : थाई टूर ट्रांस एयरवेज लिमिटेड कंपनी कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए वीवीआइपी सीआरजे-200 विमान सेवा शुरू करेगी। यह विशेष विमान सेवा थाईलैंड के वरिष्ठ नागरिकों को दो रूट पर चार प्रमुख बौद्ध तीर्थ स्थलों का दर्शन कराएगी, वहीं कुशीनगर में पर्यटकों को एक रात्रि विश्राम का मौका भी देगी। इस विमान से एक उड़ान में 50 यात्री आएंगे। विमान सेवा शुरू करने से पहले कंपनी के अधिकारियों की एक टीम ने इंटरनेशनल एयरपोर्ट का जायजा लेकर यहां व्यवस्थाएं देखीं।
ट्रांस एयरवेज कंपनी के सलाहकार लघुनाथ कुमार व कैप्टन पिचेट की टीम ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा के साथ एयरपोर्ट पहुंची। एयरपोर्ट अथारिटी के अधिकारी अमर सिंह से एटीसी, अग्निशमन, रन-वे की व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जाहिर की और टर्मिनल संबंधी कार्य जल्द पूरा करने की अपेक्षा जताई। टर्मिनल का कार्य पूरा होते ही कंपनी उड़ान की अनुमति संबंधी अन्य औपचारिकताएं पूरी करेगी। टीम के साथ लार्ड बुद्धा टूर के एमडी देवाशीष चक्रवर्ती, थाई वाट के पीआरओ अंबिकेश त्रिपाठी आदि मौजूद थे।
चार प्रमुख तीर्थो का दर्शन कराएगी सेवा
कंपनी ने उस उड़ान सेवा के साथ पैकैज तैयार किया है। इसमें चार तीर्थ स्थल बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी, महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर, ज्ञान प्राप्ति स्थल बोधगया और प्रथम उपदेश स्थल सारनाथ (वाराणसी) शामिल हैं। कंपनी बैंकाक से गया-वाराणसी-कुशीनगर-लखनऊ रूट पर उड़ान देगी। इसके अलावा कंपनी कुशीनगर से भैरहवा (नेपाल) के लिए भी उड़ान सेवा देगी। भैरहवा नेपाल में बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी से सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है।
थाई एयरवेज के सलाहकार लघुनाथ कुमार ने कहा कि बोधगया, वाराणसी व लखनऊ एयरपोर्ट पर उड़ान संबंधी सेवा व सुविधा की औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। यहां टर्मिनल का काम पूरा होते ही उड़ान की औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी।
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