Move to Jagran APP

नेपाल भागने की फिराक में गोरखपुर से पकड़ा गया आतंकी रंगा, आरपीजी हमले व कई हत्याओं में शामिल है अपराधी

Crime News आरपीजी से हमला करने वाला मुख्य शूटर दीपक रंगा कनाडा में बसे आतंकी लखबीर सिंह लांडा और पाकिस्तान में शरण लेने वाले आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा का करीबी है। एनआइए ने उसे गोरखपुर से गिरफ्तार किया है।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Fri, 27 Jan 2023 11:13 AM (IST)Updated: Fri, 27 Jan 2023 11:13 AM (IST)
नेपाल भागने की फिराक में गोरखपुर से पकड़ा गया आतंकी रंगा, आरपीजी हमले व कई हत्याओं में शामिल है अपराधी
नेपाल भागने की फिराक में गोरखपुर से पकड़ा गया आतंकी रंगा। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

गोरखपुर/चंडीगढ़, जगरण संवाददाता। मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर नौ मई, 2022 को राकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) से हमला करने वाले मुख्य शूटर दीपक रंगा को एनआइए ने गिरफ्तार कर लिया है। कनाडा में बसे आतंकी लखबीर सिंह लंडा और पाकिस्तान में शरण लेने वाले आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा के करीबी रंगा को गोरखपुर जिले से गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि वह गोरखपुर से सोनौली बार्डर होते हुए नेपाल भागने के फिराक में था। एनआइए का कहना है कि गोरखपुर पुलिस को इसकी सूचना नहीं थी। गिरफ्तारी की सूचना के बाद पुलिस सक्रीय होकर जांच करने में जुटी।

prime article banner

कई हिंसक अपराधों में दर्ज है केस

हरियाणा के झज्जर के सुरकपुर गांव का रहने वाले रंगा पर आरपीजी हमले में शामिल होने के अलावा, हत्याओं सहित कई अन्य हिंसक अपराधों के केस दर्ज हैं। उल्लेखनीय है कि एनआइए ने पिछले वर्ष 20 सितंबर को स्वत: संज्ञान लेते हुए केस दर्ज किया था। उस समय यह तथ्य सामने आए थे कि विदेश से आतंकी संगठन और आतंकी लक्षित हत्याओं (टार्गेट किलिंग) और हिंसक आपराधिक वारदात को अंजाम देने के लिए देश के उत्तरी राज्यों में संगठित आपराधिक गिरोह मिलकर काम कर रहे हैं।

यह बात भी आई सामने

यह बात भी सामने आई थी कि आतंकी, गैंगस्टर और नशा तस्कर मिलकर सीमा पार से हथियार, विस्फोटक और आइईडी आदि की तस्करी कर रहे हैं। हालांकि जिस आतंकी दीपक रंगा को एनआईए गोरखपुर से गिरफ्तार करने का दावा कर रही है। पुलिस सुत्रों की माने तो उसे नेपाल से गिरफ्तार किया गया है। आरपीजी हमले के बाद से रंगा फरार चल रहा था। एनआइए ने कहा कि रंगा सक्रिय रूप से रिंदा और लंडा से हथियार और आर्थिक सहायता प्राप्त कर रहा था।

क्या कहते हैं अधिकारी

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि एनआईए ने आपरेशन के संबंध में गोरखपुर पुलिस को कोई सूचना नहीं दी थी। दीपक रांगा को गोरखपुर से कहां से पकड़ा गया है इसकी भी सूचना नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.