हमले में किशोरी को खोनी पड़ी थी आंख, कार्रवाई ना करने पर थानेदार और चौकी प्रभारी निलंबित
गोरखपुर के सूर्यविहार कॉलोनी में कपड़े धोने को लेकर हुए विवाद में एक किशोरी की आंख की रोशनी चली गई। तिवारीपुर पुलिस की लापरवाही के कारण थानेदार और चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद आरोपियों को हत्या के प्रयास में गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने भी मामले का संज्ञान लिया।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर । सूर्यविहार कालोनी में कपड़े धोने और बाथरूम साफ करने के विवाद हुई मारपीट में किशोरी की आंख की रोशनी चली गई। शिकायत के बाद भी तिवारीपुर पुलिस ने प्रकरण को हल्के में लिया और आरोपितों का शांतिभंग की आशंका में चालान कर दिया।
उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला सामने आया तो रविवार को एसपी सिटी ने मामले की जांच जिसमें आरोप की पुष्टि हुई।रिपोर्ट आने के बाद एसएसपी राजकरन नय्यर ने देर शाम तिवारीपुर थानेदार गौरव वर्मा और सूर्यविहार चौकी प्रभारी अखिलेश त्रिपाठी को निलंबित कर दिया।
रोशनी मौर्या पत्नी अरुण मौर्या ने पुलिस को बताया था कि सूर्यविहार कालोनी में किराए पर कमरा लेकर बहन व बेटी पूजा के साथ रहती है। 24 अगस्त की शाम पांच बजे बगल में रहने वाले शिब्बू व शबनम ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनकी 17 वर्षीय बेटी पूजा को बुरी तरह पीटा था। बाएं आंख में गंभीर चोट लगने से उसकी रोशनी चली गई।
परिजनों ने क्या लगाया आरोप
परिजनों ने आरोप लगाया कि शिकायत करने पर शांतिभंग की आशंका में आरोपितों को चालान कर दिया जो छूटकर आने के बाद परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे थे।उच्चाधिकारियों से शिकायत पहुंची तो एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने विस्तृत जांच की। जांच में साफ हो गया कि थानेदार और चौकी प्रभारी ने लापरवाही की और गंभीर वारदात को हल्के में लिया।
इसी आधार पर आज एसएसपी ने दोनों को तत्काल निलंबित करने का आदेश दिया।पूछताछ व जांच शुरू होने पर तिवारीपुर पुलिस ने रविवार को मुख्य आरोपित शिब्बू,शबनम समेत चार लोगों को हत्या की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।साथ ही पीड़ित परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एसओजी प्रभारी रहे सूरज सिंह को तिवारीपुर का नया थानेदार नियुक्त किया गया है।
मुख्यमंत्री ने लिया था मामले का संज्ञान
सूर्य विहार कालोनी में हुई इस घटना का संज्ञान मुख्यमंत्री ने भी लिया था।अधिकारियों के साथ हुई आनलाइन मीटिंग में जब इस प्रकरण की चर्चा हुई तो एसएसपी के साथ ही सभी उच्चाधिकारी हरकत में आ गए।लापरवाह पुलिसकर्मियों पर तुरंत कार्रवाई करने के साथ ही नए प्रभारी की नियुक्ति कर दी गई।
मारपीट के इस गंभीर प्रकरण को तिवारीपुर पुलिस ने हल्के में लिया गया। जांच में आरोप की पुष्टि होने पर निलंबित कर दिया गया है। आरोपित जेल भेजे जा चुके हैं और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना हमारी प्राथमिकता है। - अभिनव त्यागी, एसपी सिटी
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